नई दिल्ली (New Delhi) . दुनिया की सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत पिछले 2 दिनों में 21 फीसदी तक टूट गई है. तेज गिरावट की वजह से इस पर निवेशकों का भरोसा डगमगाने लगा है. क्रिप्टोकरेंसी का कीमतों में आई तेज गिरावट से निवेशकों मे यह डर बैठने लगा है कि कहीं बिटक्वाइन का ग्रोथ का बुलबुला फट तो नहीं जाएगा. बिटक्वाइन में निवेश करने वाले लोग इस बात को लेकर चिंतिंत हैं कि कहीं यह क्रिप्टोकरंसी के डाउनफॉल की शुरुआत तो नहीं है.
मार्च, 2020 के बाद दो दिनों में बिटक्वाइन की कीमतों में यह सबसे बड़ी गिरावट है. आपको बता दें कि रविवार (Sunday) और आज यानी सोमवार (Monday) को बिटक्वाइन की कीमतों में 21 फीसदी तक की गिरावट आई है, लेकिन यूरोपियन सेशन के बाद यह कुछ हद तक संभली, लेकिन फिर भी इसकी कीमतों में भारी गिरावट आई है. उल्लेखनीय है कि 8 जनवरी को बिटक्वाइन की कीमत 42,000 डॉलर (Dollar) से अधिक हो गई थी. रविवार (Sunday) को इसकी कामतें गिरकर 38,000 डॉलर (Dollar) पर पहुंत गईं है. वहीं, सोमवार (Monday) दोपहर तक इस आभासी मुद्रा को करीब 10000 डॉलर (Dollar) का नुकसान हो चुका था. यह टूटकर 32,389 डॉलर (Dollar) तक आ गिरा.
हालांकि, शाम को यह थोड़ा संभल गया. शाम 6.30 में यह 12.34 फीसदी की गिरावट के साथ 34,480 डॉलर (Dollar) पर ट्रेड कर रहा था. यानी दो दिनों में इसकी कामतों में 8000 डॉलर (Dollar) के करीब गिरावट आई है. जिससे आज एक बिटक्वाइन की कीमत 25 लाख 40 हजार रुपये के करीब है जो 8 जनवरी को करीब 31 लाख रुपये तक पहुंच गया था. जानकार मान रहे हैं कि यह एक बड़ी करेक्शन की शुरुआत है. सिंगापुर में क्रिप्टो एक्सचेंज लूनो के बिजनेस डेवलपमेंट हेड विजय अय्यर ने कहा कि देखना होगा कि यह बड़ी गिरावट की शुरुआत है या नहीं. पिछले साल बिटकॉइन की कीमत चार गुना (guna) बढ़ी थी. इससे पहले 2017 में भी इसकी कीमत बहुत तेजी से बढ़ी थी और यह दुनियाभर में सुर्खियों में आ गई थी. फिर उसकी कीमत में तेजी से गिरावट आई थी. वहीं, बिटक्वाइन के बाद दूसरी सबसे प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी ईथर में भी 21 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. इससे यह सवाल उठने लगा है कि कहीं यह क्रिप्टोकरेंसी के डाउनफॉल की शुरुआत तो नहीं है.
ब्रिटेन के फाइनेंस रेगुलेटर ने सोमवार (Monday) को क्रिप्टोकरेंसी के निवेश करने वालों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की है. उनका कहना है कि इसमें पैसा लगाने वाले अपना पूरा पैसा गंवा देंगे. उनके मुताबिक, क्रिप्टोएसेट में निवेश करना अच्छा-खासा जोखिम वाला है. रेगुलेटर ने इन मुद्राओं के उतार-चढ़ाव, जटिलता और निवेश की सुरक्षा के अभाव को लेकर चिंता जताई. वहीं, कन्वे इनवेस्टमेंट्स एलएलसी के को-फाउंडर हॉवर्ड वांग ने कहा कि बिटकॉइन निश्चित रूप से बबल साबित होगी. भविष्य में यह मैच्योर हो सकती है, लेकिन यह एक जोखिम वाला क्षेत्र बना रहेगा.