नई दिल्ली (New Delhi) . केंद्रीय मंत्री दूरसंचार रविशंकर प्रसाद के मार्गदर्शन में 5 वर्ष पहले बीएसएनएल की आय में वृद्धि और वेतन, प्रशासनिक, कर्मचारी पारिश्रमिक तथा अन्य मदों में खर्च करने की क्षमता 2014-15 में 672 करोड़ रुपये की तुलना में 2015-16 के दौरान ईबीआईटीडीए को 3,855 करोड़ रुपये तक बढ़ाने में मदद मिली थी और अब कुछ परेशानी भरे वर्षों के बाद एक पुनरुद्धार पैकेज की सहायता से बीएसएनएल एक बार फिर से लाभ हासिल करने की राह पर है. भारत सरकार ने सार्वजनिक सेवा की उपलब्धता तथा निष्पक्षता के लिए बीएसएनएल को पुनर्जीवित करने में स्वयं को प्रतिबद्ध किया और सार्वजनिक क्षेत्र के इस उपक्रम की सहायता के लिए पैकेज भी दिया, इतना ही नहीं संसद के दोनों सदनों में चर्चा और बहस के लिए इसे रखा गया.
दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नवंबर 2019 में प्रश्नकाल के दौरान निचले सदन को बताया था कि, “हम बीएसएनएल को पुनर्जीवित करने तथा इसे लाभदायक बनाने जा रहे हैं. अब पुनरुद्धार की योजना के एक साल के भीतर ही, भारत सरकार के स्वामित्व वाले उपक्रम भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) ने इस वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में ईबीआईटीडीए में सकारात्मक कारोबार दिखाया है. बीएसएनएल के लिए एबिटडा सितंबर, 2019 में समाप्त होने वाले छमाही के लिए शून्य से 3596 करोड़ रु से बढ़कर सकारात्मक होकर 602 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एमटीएनएल के लिए सितंबर, 2019 में 549 करोड़ रुपये का रहा और इसका वर्तमान आंकड़ा सकारात्मक रूप से 276 करोड़ रुपये था. दूरसंचार विभाग (डॉट) के सूत्रों के अनुसार, दोनों संगठनों को 2019-20 की तुलना में 50 प्रतिशत तक अपने नुकसान में कमी लाने की उम्मीद है.