लंदन . भारत में चल रहे किसान आंदोलन की आंच ब्रिटेन तक पहुंच गई है. कनाडा के बाद अब ब्रिटेन में भी इस मुद्दे पर राजनीति होने लगी है और जोर-शोर से आवाज उठाई जा रही है. ब्रिटिश लेबर पार्टी के सांसद (Member of parliament) तनमनजीत सिंह ढेसी ने किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को 100 से अधिक सांसदों और लॉर्ड्स के हस्ताक्षर वाला पत्र भेजा है.
पत्र में तनमनजीत सिंह ढेसी ने पीएम जॉनसन से अपील करते हुए कहा कि जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री अपने समकक्ष पीएम नरेंद्र मोदी से अगली बार मिले तो वो किसानों के मुद्दे को जरूर उठाएं और उम्मीद करें कि भारत में मौजूदा गतिरोध का जल्द समाधान हो. धेसी के नेतृत्व में इससे पहले 36 ब्रिटिश सांसदों ने राष्ट्रमंडल सचिव डोमिनिक राब को चिट्ठी लिखी थी. जिसमें सांसदों ने किसान कानून के विरोध में भारत पर दबाव बनाने की मांग की थी. सांसदों के गुट ने डोमिनिक रॉब से कहा कि वे पंजाब (Punjab) के सिख किसानों के समर्थन विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालयों के जरिए भारत सरकार से बातचीत करें.
चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने वाले सांसदों में डेबी अब्राहम, ताहिर अली, डॉ रूपा हक, अप्सना बेगम, सर पीटर बॉटले, सारा चैंपियन, जेरेमी कॉर्बिन, जॉन क्रर्दस, जॉन क्रायर, गेरेंट डेविस, मार्टिन डॉकर्टी ह्यूजेस, एलन डोरांस, एंड्रयू ग्वेने, अफजल खान, इयान लावेरी, इमा लावेरी, क्लाइव लेविस, टोनी लॉयड, खालिद महमूद, सीमा मल्होत्रा, स्टीव मैककेब, जॉन मैकडोनेल, पैट मैकफेडेन, ग्राहम मोरिस, कार्लोइन नौर्स आदि के नाम शामिल हैं.