
New Delhi, 18 सितंबर . राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक व्यवस्था की निगरानी के लिए इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम (आईटीएस) तैयार होगा. इसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कैमरों से 24 घंटे नजर रखी जाएगी. ये कैमरे सड़क हादसे की सूचना देने के साथ हादसों का कारण भी पता कर लेंगे. इतना ही नहीं ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को ई-चालान भेजा जाएगा. इससे ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में मदद मिलेगी. इसक साथ ही सड़क हादसा होने पर अपराध का पता लगाने में भी Police को मदद मिलेगी.
Police सूत्रों के अनुसार अभी दिल्ली की सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से ओवर स्पीडिंग का चलना होता है. कुछ ही स्थान पर ऐसे कैमरे लगे हैं, जो हेलमेट न पहनने वालों की पहचान करते हैं और नंबर प्लेट के आधार पर Police उनका ई-चालान करती है.
दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के रूप में दिल्ली में शुरू करने की तैयारी कर रहा है. अभी तक देश में Central Governmentकी ओर से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर डासना के पास पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर काम किया जा रहा है. विश्व के विकसित देशों में शामिल अमेरिका, इटली, ऑस्ट्रेलिया, रूस, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, जापान और ब्रिटेन आदि देश में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की व्यवस्था है.
दिल्ली परिवहन विभाग इस योजना में ट्रैफिक Police, पीडब्ल्यूडी व स्वास्थ्य विभाग को भी शामिल करेगा. इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत एक लेन में दो कैमरे लगाए जाएंगे. एक कैमरा ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन पर नजर रखेगा जबकि दूसरा कैमरा नंबर प्लेट को पढ़कर चालान करेगा. इसके तहत यदि कोई बिना सीट बेल्ट बिना हेलमेट या मोबाइल पर बात करते हुए या अन्य तरीके से ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करता है तो कैमरा उसकी पहचान कर लेगा. इससे ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार आएगा.
सूत्रों की मानें तो इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत लगाए जाने वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कैमरे हादसा होने पर Police और स्वास्थ्य विभाग को भी सूचना देंगे. इससे मौके पर जल्द एम्बुलेंस पहुंचेगी और घायलों को जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा.
/ अश्वनी
