


सेना के जवानों ने फंसे लोगों को पहले नाश्ता कराया, फिर बाहर निकाला
वडोदरा/Ahmedabad, 18 सितंबर . Vadodaraजिले की करजण तहसील में नर्मदा नदी के बीच व्यास टापू पर बाढ़ में फंसे 12 लोगों के लिए सेना के जवान देवदूत बनकर आये. खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके तो आर्मी के जवानों ने बोट से सभी को सुरक्षित निकाला.
जानकारी के अनुसार Saturday को जिला प्रशासन ने बाढ़ के संबंध में सूचना जारी की थी, लेकिन व्यास टापू पर परिवार समय रहते सुरक्षित स्थल पर नहीं जा पाया. इसके बाद नर्मदा नदी में पानी बढ़ने से व्यास टापू पर जलस्तर बढ़ने लगा. बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए कलक्टर अतुल गोर ने टापू पर करजण प्रांत अधिकारी आशीष मयात्रा को सूचना भेजी. प्रशासन Vadodaraसे तहसीलदार मनोज देसाई को स्थल पर भेजा गया. बाद में कलक्टर गोर ने राहत आयुक्त के माध्यम से वायु सेना का हेलीकॉप्टर मंगवाया, लेकिन Ahmedabad में खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका. बाद में कोस्टगार्ड का एक हेलीकॉप्टर दमण से मंगवाने की कोशिश की गई, लेकिन वह भी दमण से नहीं आ पा सका. बाद में जिला प्रशासन ने Sunday दोपहर बाद एक बोट को नदी में उतारा, लेकिन पानी प्रवाह अधिक होने से बचाव दल को लौटना पड़ा. ऐसी गंभीर स्थिति को देखते हुए Sunday शाम को अधिक शक्तिशाली नाव सेना से मंगवाई गई और Monday सुबह बचाव अभियान चलाया गया. Monday सुबह सेना की एक नाव नाश्ता और आवश्यक सामग्री के साथ एक स्थानीय जानकार व्यक्ति को लेकर व्यास टापू पर पहुंची और वहां फंसे सभी 12 लोगों को पहले नाश्ता कराया गया और बाद में नाव में बिठाया गया. पिछले 48 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद Monday सुबह सभी को लेकर नाव सुरक्षित किनारे पहुंचने पर जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली. सेना के जवान बुजुर्ग पुजारी को उठाकर किनारे तक ले आए. ऑपरेशन में सेना के जवानों ने चार महिलाओं, दो बच्चों और छह पुरुषों को सुरक्षित निकाला.
/बिनोद
