Udaipur. शहर में इन दिनों से एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो नामचीन स्कूलों के बच्चों को फोन देने के बहाने अपने जाल में फंसाकर उनको नशे का आदी बनाकर उनसे अनैतिक काम करवाता है. बच्चों में कुछ लड़कियां भी शामिल हैं, जिनके साथ इस गिरोह ने अनैतिक काम कर वीडियो तक बना रखे हैं.
बार एसोसिएशन को जब इस तरह के गिरोह का पता चला तो उसने एक टीम का गठन किया है जो ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी जुटा कर उनकी काउंसलिंग कर रही है. जानकारी के अनुसार गिरोह 14 से 15 साल बच्चों को अपनी जाल में फंसा रहा है. आमतौर पर इस उम्र में बच्चों को माता-पिता फोन नहीं दिलाते हैं. ऐसे में गिरोह के सदस्य इन्हें फांसने के लिए महंगे फोन देकर दोस्ती करते हैं. बाद में इन बच्चों से यह जानकारी प्राप्त करते हैं कि उनके माता-पिता क्या करते हैं, घर में क्या-क्या सुविधाएं है.
गिरोह के सदस्य आईफोन तक दिलाते हैं. इसके बाद इन बच्चों को सिगरेट और बाद में धीरे-धीरे गांजा, चरस की आदत लगाते हैं. नशा करवाने बच्चे को अपने साथ किसी कमरे या सुनसान क्षेत्र में लेकर जाते है. इस गिरोह ने कुछ लड़कियों को भी अपने जाल में फंसा रखा है और उनके भी वीडियो बना रखे हैं. हालांकि अभी तक कोई सामने नहीं आया है. गत दिनों दो अभिभावकों ने अपने बच्चों से अनैतिक काम करवाने और बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए गोवर्धन विलास थाने में मामला भी दर्ज कराया था. गिरोह के सदस्य बच्चों को गांजे के नशे में धुत कर अनैतिक काम करवा उनका वीडियो बना लेते है.
बाद में वीडियो दिखा कर बच्चों से उनके घर में चोरियां करवाते हैं. बार अध्यक्ष राकेश मोगरा और चेतनपुरी गोस्वामी ने बताया कि इस कमेटी के माध्यम से ऐसे पीड़ित बच्चों का पता लगाकर उनसे सम्पर्क कर उनकी काउंसलिंग कर रही है. साथ ही इन बच्चों इनके परिजनों को विधिक सहायता दी जा रही है. कमेटी स्कूल में जाकर वहां के प्रबंधन में सम्पर्क भी कर रही है
