मुंबई (Mumbai) . कोरोना काल में डिजिटल ट्रांजेक्शन को खूब बढ़ावा मिला है. इसी का नतीजा है कि पिछले महीने देश में भीम यूपीआई का लेनदेन का नया रिकॉर्ड बना है. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के ताजा डाटा के मुताबिक मार्च 2021 में देश में 273 करोड़ भीम यूपीआई से लेनदेन हुआ है. मार्च 2020 के 125 करोड़ ट्रांजेक्शन के मुकाबले इस साल दोगुने से ज्यादा ट्रांजेक्शन रहे हैं. एनसीपीआई के डाटा के मुताबिक मार्च 2021 में भीम यूपीआई के जरिए 5,04,886 करोड़ रुपए के लेनदेन हुए हैं. मार्च 2020 में 2,06,462 करोड़ रुपए के लेनदेन हुए थे.
एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले के इस साल भीम यूपीआई के जरिए दोगुना (guna) से ज्यादा राशि का लेनदेन हुआ है. फरवरी 2021 में भीम यूपीआई के जरिए 229 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए थे, जिनमें 4,25,062 करोड़ रुपए की राशि का लेनदेन हुआ था. डाटा के मुताबिक मार्च 2021 में आईएमपीएस के साथ रियल टाइम सेटलमेंट के जरिए 36.31 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए. इसमें 3,27,234.43 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ. भारत बिलपे के जरिए 3.52 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए जिनमें 5,195.76 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ. वहीं फास्टैग के जरिए 19.32 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए जिनमें 3,086.32 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ.
एनपीसीआई जैसी न्यू अम्ब्रैला एंटिटी (एनयूई) की स्थापना के लिए पांच कंसोर्टियम ने भारतीय रिजर्व बैंक (Bank) (आरबीआई (Reserve Bank of India) ) के पास आवेदन किया है. यह सभी कंसोर्टियम एनपीसीआई जैसे पेमेंट सिस्टम इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करेंगे. अभी इस क्षेत्र में एनपीसीआई की एकाधिकार है, लेकिन प्राइवेट कंपनियों के आने से एनपीसीआई का एकाधिकार समाप्त होगा. आवेदन करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2021 थी. मौजूदा समय में रुपे, यूपीआई, नेशनल ऑटोमेटिड क्लीयरिंग हाउस समेत सभी प्रकार की रिटेल पेमेंट सेवाओं के लिए एनपीसीआई अम्ब्रैला एंटिटी के तौर पर काम करती है.