
-शिकायतकर्ता दीपक कुमार सिंह ने फेसबुक और ट्विवटर से भी विनसेंट का अकाउंट सस्पेंड करने की मांग की
नई दिल्ली (New Delhi) . बुधवार (Wednesday) को ट्रंप के हजारों समर्थक यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) में घुस गए थे. इस दौरान वहां जम कर हिंसा हुई. इस घटना में चार लोगों की मौत भी हो गई. जिस वक्त कैपिटल बिल्डिंग हिंसा हो रही थी उसी वक्त वहां भारतीय मूल के विनसेंट ज़ेवियर ने भारत का झंडा लहराया था. अब ज़ेवियर के खिलाफ दिल्ली के कालकाजी पुलिस (Police) स्टेशन में एफआईआर (First Information Report) दर्ज की गई है. शिकायत करने वाले दीपक कुमार सिंह ने फेसबुक और ट्विवटर से भी इनका अकाउंट सस्पेंड करने की मांग की है.
भारतीय मूल के विंसेंट ने कहा है कि वो प्रदर्शन के दौरान तिरंगा लेकर ट्रंप समर्थक के रूप में गए थे न कि नस्लवादी के तौर पर. 54 साल के विंसेंट मूल रूप से केरल (Kerala) के कोच्चि से ताल्लुक रखते हैं. उन्हें डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रेसिडेंशियल एक्सपोर्ट काउंसिल के मेंबर के तौर पर भी चुना गया था. विंसेंट ने साफ किया कि कैपिटल हिल में हुई हिंसा का वो हिस्सा नहीं थे. विंसेंट ने दावा किया कि वो शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए गए थे जो इलेक्शन फ्रॉड के खिलाफ था. खुद राष्ट्रपति ट्रंप भी चुनाव के बाद से दावा करते रहे हैं कि बड़े स्तर पर धांधली हुई है जिसके कारण उनकी हार हुई.
जब विंसेंट से पूछा गया कि उन्होंने हाथ में तिरंगा क्यों लिया था तो उन्होंने कहा कि ये ट्रंप के समर्थन में था. वो रैली कोई नस्लवादी आंदोलन नहीं थी. अगर वो कोई नस्लवादी आंदोलन होता तो मैं भारत का झंडा लेकर नहीं घूम पाता. गौरतलब है कि ट्रंप के समर्थकों ने संसद के संयुक्त सत्र को रोकने की कोशिश की थी. संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उस समय संसद के संयुक्त सत्र में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि होनी थी. ट्रंप समर्थकों की पुलिस (Police) के साथ झडप भी हुई. इस घटना में चार लोगों की मौत भी हो गई. जो लोग कैपिटल बिल्डिंग में घुसे थे ट्रंप ने उन्हें ट्विटर पर देशभक्त कहा था.