सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) कमेटी के सदस्य मान ने अपना नाम वापस लिया
नई दिल्ली (New Delhi) . कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों और सरकार के बीच शुक्रवार (Friday) को 10वें दौर की बातचीत होगी. बातचीत से एक दिन पहले गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) द्वारा बनाई गई कमेटी के एक सदस्य भूपिंदर सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है. उन्होंने कहा है कि वह किसानों के साथ हैं. इस घटना के बाद किसानों और केंद्र के बीच बातचीत को लेकर भी सस्पेंस था. लेकिन, सरकार ने कहा है कि हम शुक्रवार (Friday) को किसानों के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले कि हमें उम्मीद है कि किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत सकारात्मक होगी.
किसानों के साथ हूं: मान
कृषि कानूनों पर किसानों से बातचीत के लिए बनाई गई कमेटी से भूपिंदर सिंह मान ने अपना नाम वापस ले लिया है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह ने कहा कि वो किसानों के साथ हैं. फैसले की वजह बताने के लिए उन्होंने एक प्रेस रिलीज जारी की है. भूपिंदर सिंह ने कहा, चार लोगों की कमेटी में मुझे जगह दी गई, इसके लिए मैं सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) को धन्यवाद देता हूं. लेकिन, एक किसान और यूनियन लीडर होने के नाते आम लोगों और किसानों की आशंकाओं को देखते हुए, मैं इस कमेटी से अलग हो रहा हूं. मैं पंजाब (Punjab) और किसानों के हितों से समझौता नहीं कर सकता हूं. इसके लिए मैं किसी भी पद को कुर्बान कर सकता हूं और हमेशा पंजाब (Punjab) के किसानों के साथ खड़ा रहूंगा.
कानून वापसी तक प्रदर्शन जारी रहेगा
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकारें 5 साल तक काम कर सकती हैं, तो किसान इतने वक्त तक प्रदर्शन क्यों नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के फैसले का सम्मान करते हैं, लेकिन कमेटी से खुश नहीं हैं. हमारा प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार कानून वापस नहीं ले लेती.
कमेटी से बात नहीं करेंगे
किसानों ने कहा है कि वे सरकार से बातचीत करने को तैयार हैं. लेकिन, किसान जत्थेबंदियों ने साफ किया कि वे किसी भी सूरत (Surat) में सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की कमेटी से बात नहीं करेंगे. क्योंकि, कमेटी सरकार के लिए ही काम करेगी. वहीं, एक्सपर्ट कमेटी को अभी तक सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के आदेश के बाद नियुक्ति संबंधी कोई पत्र नहीं मिला है.
18 जनवरी को महिलाएं प्रदर्शन करेंगी
किसान संगठनों ने दावा किया कि लोहड़ी पर पंजाब (Punjab) समेत पूरे देश में 20 हजार से ज्यादा जगहों पर कृषि कानूनों की कॉपी जलाई गईं. किसान नेता हरमीत सिंह कादियां ने बताया कि बैठक में फैसला लिया गया है कि 18 जनवरी को महिलाएं देशभर में हर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगी.
26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की तैयारियां तेज
परेड को लेकर पंजाब (Punjab) में किसान जत्थेबंदियों के सदस्य और ग्रामीण बड़े स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं. सुबह-शाम घर-घर जाकर किसान परिवारों को जागरूक किया जा रहा है. प्रदेश भर में वॉलंटियर्स की भर्ती की जा रही है. महिलाएं ट्रैक्टर चलाकर प्रैक्टिस कर रहीं हैं. दोआबा में जहां हर गांव से 10-20 ट्रैक्टर ले जाने की तैयारी है. वहीं, संगरूर के गांव भल्लरहेड़ी में फैसला लिया है कि गांव के हर परिवार का एक सदस्य दिल्ली जाएगा.