जयपुर (jaipur) . मुख्यमंत्री (Chief Minister) अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने आज नगर परिषद बांसवाडा (Banswara) में भील राजा बांसिया की प्रतिमा का वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के अनावरण किया इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि राज्य सरकार (State government) की चहुंमुखी विकास सोच में प्रदेश के आदिवासी क्षेत्रों का विकास पहले पायेदान पर रखा गया है. उन्होने कहा कि इसके लिए कांग्रेस सदा से ही आदिवासी क्षेत्रों से लेकर दलित मजलूम और वांचित तबको के प्रगति के लिए काम करती रही है.
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सोच का भी ध्यान दिलाया और उन्होने कहा कि देश के अन्य राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों के साथ राजस्थान (Rajasthan)के आदिवासी क्षेत्रों का विशेष रूप से दौरा किया और आदिवासी अंचल के विकास की नीति पर रजामंदी दशाई थी. मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा कि मेरी सदा से ही सोच रही है आदिवासियों को वे सब सुविधायें मुहैया मुहैया हो जिन सुविधाओं का लाभ प्रदेश के विकसित क्षेत्रों के लोग उठा रहे थे उन्होने इस अवसर पर नरेगा का भी नाम लिया और कहा कि नरेगा के माध्यम से आदिवासी क्षेत्रों का विकास भी हुआ और आदिवासियों को काम भी मिला है पर केन्द्र सरकार के प्रयास इस आदिवासी क्षेत्र के लिए आज भी नाकाफी साबित हो रहे है उन्होने कहा कि जिस प्रकार रतलाम से जोधपुर (Jodhpur) के लिए मेरी सरकार ने रेल्वे लाइन बिछाने के लिए आधा पैसा देना मंजूर किया जिस बाबत मैने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) (Prime Minister Narendra Modi) को वर्चुअल कॉन्फ्रेस के जरिये याद दिलाया पर मुझे अफसोस है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) (Prime Minister Narendra Modi) की सरकार की सोच आदिवासी अंचलो के विकास में पिछड रही है.