
-संतों ने स्वामीनारायण सम्प्रदाय के कृत्य पर जताया विरोध
Ahmedabad, 1 सितंबर . किंग ऑफ सारंगपुर प्रतिमा के नीचे लगे भित्ति चित्रों से पैदा हुआ विवाद बढ़ने लगा है. स्वामीनारायण सम्प्रदाय के संतों के आगे हनुमान दादा के सेवाभाव दर्शाती तस्वीरों को लेकर विवाद पैदा हुआ. स्वामीनारायण सम्प्रदाय की ओर से इस संबंध में सफाई नहीं दिए जाने से साधु-संतों में काफी नाराजगी है. दूसरी ओर बोटाद जिले के सारंगपुर स्थित कष्टभंजन हनुमान दादा के प्रांगण में स्थापित 52 फीट ऊंची किंग ऑफ सारंगपुर प्रतिमा के चारों ओर Police का पहरा बिठा दिया गया है. स्वामीनारायण मंदिर ट्रस्ट ने यहां किसी के भी आने पर रोक लगाते हुए बेरिकेड्स लगा दिए हैं. Media की आवाजाही पर भी रोक है.
समूचे Gujarat से हनुमानजी के भक्तों का रुख सारंगपुर की ओर होने लगा है. पिछले दो दिनों से श्रद्धालुओं के पहुंचने की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. किंग ऑफ सारंगपुर प्रतिमा के नीचे लगे भित्ति चित्रों से विवाद पैदा हुआ है, जिसमें हनुमानजी को स्वामीनारायण संत के आगे हाथ जोड़े खड़ा दिखा गया है. जूनागढ़ के कई साधु-संतों ने इसे हनुमानजी का घोर अपमान बताते हुए कहा है कि हनुमान जी भगवान शंकर के 11वें रुद्रावतार हैं, वे त्रेतायुग के देवता है. भगवान श्रीराम के अलावा वे आज तक किसी के आगे नहीं झुके. हनुमान चिरंजीवी देवता है.
मामले में अब तक नोटिस भेजने से लेकर भावनगर के शिहोर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. जूनागढ़ के कई अखाड़ों के संत-महंत ने स्वामीनारायण सम्प्रदाय के इस कृत्य की घोर निंदा की है. मानस मर्मज्ञ मोरारी बापू ने भी इसे कपट बताते हुए निंदा की है.
कोठारी विवेक स्वामी से मिलने पहुंचे लोगों को निराशा
Friday सुबह 11 बजे के करीब Gujarat भर से 100 लोग सारंगपुर मंदिर के कोठारी स्वामी विवेक से मिलने के लिए पहुंचे. इन सभी को बताया गया कि वे यहां उपस्थित नहीं हैं. यहां हाजिर अन्य स्वामी ने अपने बचाव में शास्त्रों का उल्लेख किया. लेकिन, इससे लोग संतुष्ट नहीं हुए और बातचीत उग्र होने पर Police को बीच-बचाव करना पड़ा.
/बिनोद
