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डीसीडब्ल्यू ने अल-अनोन फ़ेलोशिप कार्यक्रम के तहत लोगों की मदद की

डीसीडब्ल्यू ने अल-अनोन फ़ेलोशिप कार्यक्रम के तहत लोगों की मदद की

New Delhi, 29 अगस्त . दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने राष्ट्रीय राजधानी में शराब के आदी लोगों के परिवारों और दोस्तों की मदद के लिए ‘अल-अनोन फेलोशिप’ कार्यक्रम शुरू किया है. डीसीडब्ल्यू के सामने इस संबंध में बड़ी संख्या में महिलाओं ने घरेलू दुर्व्यवहार से बचाने की गुहार लगाई है.

डीसीडब्ल्यू ने लोगों की मानसिकता को बदलने और एक ऐसा क्षेत्र बनाने के लिए अल-अनोन फेलोशिप कार्यक्रम के साथ सहयोग किया है जहां महिलाओं को भाग लेने और अपने परिवारों में शराब की समस्या के व्यावहारिक समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

डीसीडब्ल्यू ने अगस्त 2021 से जमीनी स्तर पर महिला पंचायतों में अल-अनोन की बैठकें आयोजित कर रहा है. वर्तमान में बैठकें ऑनलाइन मोड में आयोजित की जा रही हैं. अब तक 52 बैठक आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें 60 महिला पंचायतों की 14,465 महिलाओं ने भाग लिया है. कार्यक्रम में जबरदस्त रुचि और प्रभाव पैदा हो रहा है और हर जगह से सफलता की कहानियां आ रही हैं.

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डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, “एल-अनोन शराब के आदी लोगों के परिवारों और दोस्तों के लिए एक उत्कृष्ट निःशुल्क कार्यक्रम है. दिल्ली में जगह-जगह बैठकें होती रहती हैं लेकिन झुग्गी बस्तियों और पुनर्वास कॉलोनियों में रहने वाले लोग शायद ही कभी इसका लाभ उठा पाते थे. इसलिए, हमने एल-अनोन परिवार फ़ेलोशिप कार्यक्रमों के साथ साझेदारी की है ताकि वे हमारी महिला पंचायतों को इस मुद्दे पर जागरूकता पैदा करने में मदद कर सकें और सबसे गरीब लोग इन बैठकों तक पहुंच सकें. यदि आप किसी की शराब की लत के दुष्परिणामों को चुपचाप झेल रहे हैं, तो मदद लेने के लिए कृपया हमारी हेल्पलाइन 181 पर कॉल करें. हम आपको निकटतम एल-अनोन मीटिंग से जोड़ देंगे.

कार्यक्रम के माध्यम से सकारात्मक परिवर्तन दर्शाने वाली कुछ घटनाएं इस प्रकार हैं:

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सरस्वती (34) और अरविंद (36) Uttar Pradesh से हैं और दिल्ली के कड़कड़डूमा में एक पुनर्वास कॉलोनी में रहते हैं. उनकी एक बेटी है और वह अभी गर्भवती है. अरविंद पिछले 8-9 सालों से शराब की लत से जूझ रहे हैं और अपनी मासिक सैलरी का आधे से ज्यादा हिस्सा शराब पर खर्च कर रहे थे. वह अक्सर अपनी पत्नी और बेटी के साथ मारपीट करते थे. सरस्वती ने अपनी महिला पंचायत के माध्यम से अल अनोन की बैठकों में भाग लेना शुरू किया. धीरे-धीरे उसने ताकत हासिल की और शराब के आदी अपने पति के समक्ष प्रतिक्रिया करना बंद करने का फैसला किया. उसके व्यवहार में बदलाव के कारण उनके पति को अपने जीवन के बारे में सोचना पड़ा और उन्होंने भी बैठकों में भाग लिया, जिसके बाद उन्होंने शराब छोड़ने का फैसला किया. वह अब डेढ़ साल से शांति से रह रहे हैं और अपने 4-5 दोस्तों को शराब पीने से रोकने में सफल रहे है.

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राजेश देवी (46) और रामकुमार (49) संत नगर, बुराड़ी में रहते हैं और उनकी शादी को दो दशक से अधिक समय हो गया है. पति ने 10 साल पहले शराब पीना शुरू कर दिया था. वह घर पर ही रहता था और अपने परिवार का भरण-पोषण करने में सक्षम नहीं था. रोजाना सुबह से ही शराब पीना शुरू कर देता था. वह नशे में धुत होकर गलत हरकतें करता था और कई बार नशे की हालत में अपनी पत्नी और बच्चों को घर से बाहर निकाल देता था. परिवार लंबे समय से चुपचाप ये सब झेल रहा था. पत्नी को महिला पंचायत के माध्यम से अल अनोन की बैठकों के बारे में पता चला और उन्होंने उसमें भाग लेकर पति की शराब छुड़वाई.

/ अश्वनी

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