उदयपुर (Udaipur). मे आई कम इन सर/मैडम……यह सम्मान सूचक शब्द थे उदयपुर (Udaipur) जिले के जिला कलक्टर (District Collector) चेतन देवड़ा के. कलक्टर की इस सादगी और व्यवहार ने न केवल विद्यार्थियों का प्रभावित किया बल्कि उनके साथ जो अधिकारीगण एवं शिक्षक थे उनके लिए भी एक अनुकरणीय संदेश था. उनका मानना है कि अधिकारी हो या शिक्षक, किसी भी कक्षा में प्रवेश के दौरान उस कक्षा में अध्ययन करा रहे शिक्षक की अनुमति अनिवार्य होनी चाहिए.
राज्य सरकार (State government) के निर्देशानुसार विद्यालयों में कोविड गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करवाने को लेकर आईएएस व आरएएस अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कार्यों के तहत जिला कलक्टर (District Collector) शनिवार (Saturday) को शहर के धानमण्डी स्थित महात्मा गांधी (इंग्लिश मीडियम) राजकीय विद्यालय एवं जिले के मावली स्थित स्वामी विवेकानन्द मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया. उन्होंने विद्यालय में कोविड गाइडलाइन की पालना के साथ संचालित गतिविधियों के साथ चल रहे अध्ययन कार्य का जायजा लिया. इस दौरान मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़ भी उनके साथ थे.
हर विषय पर हुई बात
दोनो विद्यालय के निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर (District Collector) जिस कक्षा में पहुंचे, वहां जिस विषय का अध्ययन कार्य चल रहा था, उस पर चर्चा करते दिखाई दिए. हर विषय में पारंगत कलक्टर देवड़ा ने गणित, अंग्रेजी, शारीरिक शिक्षा, विज्ञान आदि विषयों के संबंध में विद्यार्थियों से चर्चा की और अध्यापन करवा रहे शिक्षक से भी फीडबैक लिया.
राम लक्ष्मण परशुराम संवाद ने किया प्रभावित
स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल की एक कक्षा में अध्ययन कार्य के दौरान चल रहे राम, लक्ष्मण, परशुराम संवाद से कलक्टर खासा प्रभावित हुए. उन्होंने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की और धार्मिक ग्रंथ में बताए गये तथ्यों के आधार पर इस संवाद के विद्यार्थियों को रोचक जानकारी प्रदान की.
कही शिक्षक की भूमिका, तो कही विद्यार्थियों के बीच दिखे कलक्टर
कलक्टर देवड़ा संबंधित विद्यालयों की जिन-जिन कक्षाओं में पहुचे वहां वे खुद को रोक नहीं पाये और खुद चौक उठाकर ब्लैकबोर्ड पर विद्यार्थियों से संबंधित विषय के संबंध में सवाल करने लगे. उन्होंने कई विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी के साथ आवश्यक टिप्स भी विद्यार्थियों को दिए. कुछ कक्षाओं में तो वे वि़द्यार्थियों के बीच जाकर बैठ गये और चल रहे अध्यापन कार्य का जायजा लिया.
लविष्का खटीक को दिया 100 रुपये का पुरस्कार
धानमण्डी विद्यालय में कक्षा 10 में गणित विषय के अध्यापन कार्य के दौरान कलक्टर ने विद्यार्थियो से कई सवाल किये. इस दौरान उन्होंने एक सवाल विद्यार्थियों को दिया और कहा कि जो पहले इसका जवाब देगा उसे पुरस्कृत किया जाएगा. इस पर कक्षा की होनहार छात्रा लविष्का खटीक ने सबसे पहले जवाब दिया और कलक्टर ने उसे प्रोत्साहन स्वरूप 100 रुपए का पुरस्कार दिया.
कोविड प्रोटोकॉल की पालना के निर्देश
जिला कलक्टर (District Collector) ने दोनो विद्य़ालयों में प्रवेश के दौरान स्वयं के संस्था प्रधानों एवं अन्य स्टाफ सदस्यों को कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार शिक्षण कार्य सम्पन्न करवाने के निर्देश दिए और सभी विद्यार्थियों कांे भी कोविड गाइडलाइन की पालना के साथ विद्यालय आने को कहा. संबंधित संस्था प्रधानों ने कोविड से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं के साथ विद्यालय की गतिविधियों एवं आवश्यकताओं के बारे में अवगत कराया. विजिट के दौरान धानमण्डी विद्यालय में विद्यालय विकास समिति सदस्य व समाजसेवी पंकज कुमार शर्मा भी मौजूद रहे.