शाहजहांपुर (Shahjahanpur) . उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के शाहजहांपुर (Shahjahanpur) में पुलिस (Police) ने 26 साल के युवक गौरव समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है. गौरव पर आरोप है कि उसने 500 से ज्यादा बैंक (Bank) खातों की क्लोनिंग करके खातों से किसान सम्मान योजना, वृद्धावस्था पेंशन समेत अन्य सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के खाते से रकम उड़ाई.
हैरानी वाली बात यह है कि मास्टरमाइंड गौरव ने फिंगरप्रिंट की क्लोनिंग ग्लू गन और चिपकाने वाले अन्य पदार्थों से ऑनलाइन सीखी. एक फिंगरप्रिंट की क्लोनिंग में महज 5 रुपये का खर्च आता है. गौरव ने स्नातक तक पढ़ाई की है और वह कैंट इलाके में एक फोटोकॉपी की दुकान चलाता है. रैकेट जलालाबाद इलाके से संचालित हो रहा था. पुलिस (Police) को उसके पास से कई आधार कार्ड और बैंक (Bank) पासबुक के साथ लाभार्थियों के लगभग 500 क्लोन किए गए उंगलियों के निशान मिले हैं. आईजी राजेश पांडे ने बताया कि कई लोगों की शिकायतें मिलीं थीं कि सरकार से बैंक (Bank) अकाउंट में रुपये आने के बावजूद उनके खातों तक राशि नहीं आई. कई शिकायतें आने के बाद पुलिस (Police) ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई.
जांच में शिवराम, सुनील त्रिपाठी, देव व्रत, संदीप सिंह, शेहरुन, राजवीर और हुकुम सिंह के नाम सामने आए. पुलिस (Police) ने चार अभियुक्तों- शिवराम, सुनील त्रिपाठी, देव व्रत और संदीप सिंह को क्लोन उंगलियों के निशान और कई नकली टिकटों के साथ गिरफ्तार किया. जबकि गौरव को बाद में गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान गौरव ने बताया कि वह बैंक-मित्रों के लिए ग्लू-गन और चिपकने वाली चीजों का उपयोग करके फिंगर प्रिंट्स बनाता. हर एक फिंगरप्रिंट की क्लोनिंग में महज 5 रुपये खर्च होते थे. आईजी ने बताया कि आरोपी बैंक (Bank) खातों को हैक करके क्लोनिंग किए गए फिंगरप्रिंट्स के जरिए अकाउंट से रुपये निकालते थे. पुलिस (Police) ने बताया कि आरोपी ज्यादातर अनपढ़ों को अपना निशाना बनाते हैं. उन्होंने क्लोनिंग और अकाउंट से रुपये निकालने की प्रक्रिया ऑनलाइन सीखी. पुलिस (Police) अब कोशिश कर रही है कि इस तरह की सामग्रियों को इंटरनेट से कैसे हटाया जाए.