
चूरु, 18 सितंबर . जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए churu जिले के जवान योगेश जाट (28) का Monday शाम को सादुलपुर के समीप पैतृक गांव लंबोर बड़ी में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के चार साल के बेटे हार्दिक ने मुखाग्नि दी. इससे पहले हार्दिक ने पिता को आखिरी सैल्यूट किया. यह मंजर देख वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई. वहीं घर पर शहीद के अंतिम दर्शन के दौरान वीरांगना सुदेश बेसुध हो गईं. इससे पहले, देशभक्ति तरानों के बीच सेना के ट्रक में योगेश की पार्थिव देह दस किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा के रूप में सादुलपुर शहीद स्मारक से लंबोर बड़ी गांव पहुंची. बड़ी संख्या में लोग बाइक पर तिरंगा लगाकर ‘शहीद योगेश जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए चल रहे थे. रास्ते में स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी.
सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनिया सहित अन्य महिलाओं ने उनको संभाला. विधायक कृष्णा पूनिया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की. सेना के जवानों ने शहीद योगेश जाट को सलामी दी. इससे पहले शाम 4:30 बजे शहीद योगेश जाट की पार्थिव देह को लंबोर बड़ी गांव स्थित उनके घर लाया गया.
सादुलपुर शहीद स्मारक से दोपहर 3:45 बजे सेना के ट्रक में योगेश की पार्थिव देह के साथ तिरंगा यात्रा और बाइक रैली रवाना हुई. इसमें बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, खिलाड़ी, युवा और जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
जानकारी में रहे कि बांदीपोरा में Saturday रात 12:15 बजे 14 आरआर और गढ़वाल राइफल्स का जॉइंट सर्च ऑपरेशन चल रहा था. इस दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी. इसमें योगेश जाट शहीद हो गए.
अंतिम संस्कार के लिए जमीन दी
अंतिम संस्कार के लिए गांव के किसान सुभाष राहड़ ने अपने खेत से 80 फीट लंबी और 50 फीट चौड़ी जमीन दी है. ग्रामीणों का कहना है कि इसी जमीन पर स्मारक भी बनाया जाएगा.
/नटवर/ईश्वर
