
Mumbai ,29 अगस्त . चूंकि दहीहांडी और गणेशोत्सव कुछ ही दिनों में हैं, इसलिए नगर निगम, Police व्यवस्था, परिवहन विभाग और एमएसईबी आदि सभी प्रणालियों के साथ समन्वय करके यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सभी त्योहार सुचारू रूप से मनाए जाएं. आज गणेश मण्डलों की बैठक में मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने निर्देश दिया कि उच्च न्यायालय के आदेश और नगर निगम के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाये.. .
उन्होंने कहा कि Thane नगर निगम क्षेत्राधिकार में होने वाले सभी समारोहों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए नगर निगम द्वारा नियम तैयार किये गये हैं. साथ ही गणेश मंडलों को मंडप अनुमति हेतु ऑनलाइन सुविधा प्रदान की गई है तथा कार्य प्रणाली लागू की जा रही है ताकि जिन मंडलों ने अस्थाई रूप से पंजीयन कराया है वे भी ऑनलाइन आवेदन कर सकें, जमा करें. उन्होंने कहा बोर्ड से आवेदन प्राप्त होने पर अधिकतम दो दिन के अन्दर अनुमति प्रदान कर दी जाये. अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि महोत्सव के दौरान नगर निगम क्षेत्र की सभी सड़कें अच्छी स्थिति में रहें, इसके लिए कार्यपालक अभियंता अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर आवश्यक कार्य शीघ्रता से पूर्ण करें तथा मंडप बनाते समय सड़कें क्षतिग्रस्त न हो, इसके लिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए.. जिन स्थानों पर गणेश जी की मूर्ति को ले जाया जा रहा है वहां से पेड़ों की शाखाओं को काट देना चाहिए. नगर विद्युत विभाग एवं एमएसईबी विभाग को संयुक्त निरीक्षण कर उक्त ओवरहेड तारों के संबंध में उपाय करना चाहिए.आयुक्त ने यह भी कहा कि अधिकांश नगर निगम क्षेत्रों में सड़क के दोनों ओर लावारिस वाहन खड़े रहते हैं, इन वाहनों से दैनिक यातायात प्रभावित हो रहा है, लावारिस वाहनों को हटाने के लिए नगर पालिका एवं परिवहन विभाग को संयुक्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि गणेशोत्सव के दौरान कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए . यद्यपि नगर निगम क्षेत्राधिकार में मूर्ति विसर्जन के लिए प्रत्येक प्रभाग में कृत्रिम तालाब उपलब्ध कराए जाते हैं, लेकिन कृत्रिम तालाबों की संख्या बहुत कम है. मूर्ति विसर्जन के लिए भीड़ से बचने के लिए कृत्रिम तालाबों के नेटवर्क का विस्तार किया जाना चाहिए. यह सुनिश्चित करने के लिए कि प्राकृतिक संसाधनों वाले स्थानों पर मूर्तियों को डंप नहीं किया जाए और पर्यावरण के अनुकूल गणेशोत्सव में योगदान दिया जाए, संबंधित विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं. चूंकि गणेश प्रतिमा का पहला विसर्जन डेढ़ दिन बाद किया जाता है, इसलिए आयुक्त को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी कृत्रिम तालाब गणेश चतुर्थी के दिन ही शुरू हो जाएं.
इसी तरह से विसर्जनघाट पर आने वाली गणेश प्रतिमाओं की पूजा आरती के लिए एक टेबल की व्यवस्था की जानी चाहिए. सभी विसर्जन घाटों पर स्वयंसेवकों की प्रतिनियुक्ति की जाए जो यह अनुरोध करें कि विसर्जन से पहले सभी मूर्तियों से माला, फूल को संबंधित द्वारा उतारकर कलश में न रखा जाए. जमा होने वाले कचरे को ले जाने की भी व्यवस्था की जानी चाहिए. साथ ही, इस बात की भी समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए कि जीवनरक्षकों के अलावा कोई भी नागरिक विसर्जन कुंड में प्रवेश न कर सके. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि विसर्जन घाट पर धुआं छिड़काव और दवा का छिड़काव और सफाई जारी बनी रहे . .
/रविंद्र
