उदयपुर (Udaipur). जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में एक युवक की एक किडनी में दो यूरेटर होने ओर दोनों के साथ दोनों किडनी में भी पथरी होने का ऑपरेशन किया गया. इसमें बिना चीर फाड़ के रिट्रोग्रेड इंट्रारीनल सर्जरी (आर.आई.आर.एस) लेजर से करते हुए सभी जगह से पथरी निकाली गई.
डूंगरपुर (Dungarpur) निवासी 24 वर्षीय युवक को परिजन यहां जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल के यूरोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप शर्मा के पास लेकर पहुंचे थे. युवक के दोनों किडनी में पथरी का पता चला, लेकिन सीटी यूरोग्राफी कराई गई. इसमें युवक के दांयी किडनी में डूप्लेक्स यूरेटर होने का पता चला. साथ ही उसके दोनों किडनी में, दांयी किडनी से जुड़े दो यूरेटर और बांयी किडनी के यूरेटर में पथरी पाई गई. इसमें डॉ. प्रदीप शर्मा ने आर.आई.आर.एस से लेजर का उपयोग करते हुए युवक के सभी जगह पथरी को तोड़कर बाहर निकाला.
डायरेक्टर डॉ. सुरभि पोरवाल ने बताया कि जीबीएच अमेरिकन हॉस्पीटल में डॉ. प्रदीप शर्मा ने पिछले डेढ़ साल में इस तकनीक का उपयोग करते हुए सौ से अधिक सर्जरी की है. इस ऑपरेशन में युवक के एक किडनी में दो यूरेटर थे, इसलिए यह केस सबसे अलग और जटिल था. इसे चिकित्सकीय भाषा में रिट्रोग्रेड इंट्रारीनल सर्जरी (आर.आई.आर.एस) कहा जाता है. इसमें मरीज के बिना चीरा लगाए मूत्र नली के रास्ते से पहुंचकर सर्जरी की जाती है. सर्जरी में डॉ. प्रदीप शर्मा के साथ निश्चेतना विभाग डॉ. तरूण भटनागर और डॉ. दीपक बजाज शामिल थे.