अहमदाबाद (Ahmedabad) . कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद (Member of parliament) शक्तिसिंह गोहिल ने गुजरात (Gujarat) में दिन प्रति दिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संक्रमित मरीजों को भगवान भरोसे छोड़ने के बजाए उनके उपचार की पर्याप्त व्यवस्था करने की राज्य सरकार (State government) से अपील की है.
गोहिल ने ट्वीट कर कहा कि सरकारी एसवीपी या प्रतिष्ठित होस्पिटलों में आईसीयू बैड या वेन्टीलेटर पर उपलब्ध नहीं है. कोरोना महामारी (Epidemic) को गंभीरता से लेते हुए गुजरात (Gujarat) सरकार को पर्याप्त आईसीयू बैड और बेहतर वेन्टीलेटर की व्यवस्था करनी चाहिए. सरकार कोरोना के लिए 1200 बैड के अस्पताल की व्यवस्था की होने का दावा करती है. लेकिन सच्चाई यह है कि इस अस्पताल में केवल 300 आईसीयू बैड है और अव्यवस्था है. नागरिकों की जिंदगी अनमोल है, इसलिए राजनीतिक प्रवृत्ति दरकिनार कर लोगों का जीवन बचाने के लिए सरकार सक्रिय हो. शक्तिसिंह गोहिल ने गुजरात (Gujarat) सरकार से अनुरोध किया है कि कोरोना महामारी (Epidemic) को गंभीरता से लेते हुए पर्याप्त आईसीयू बैड और अच्छे वेन्टीलेटर की तुरंत व्यवस्था करे तथा जरूरत के मुताबिक भारत सरकार से आवश्यक मदद ले. लेकिन गुजरात (Gujarat) के नागरिकों को भगवान भरोसे न छोड़े. उन्होंने कहा कि जब देश में वैक्सीन उपलब्ध है तो यहां के नागरिकों को टीका लगाने के बजाए अन्य देशों को दान या बेचने की क्या जरूरत है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि जब वैक्सीन उपलब्ध है तो उसकी प्राथमिकता देश के नागरिकों को मिलनी चाहिए. सरकार का यह कहना उचित नहीं है कि कल यह काम कर लेंगे. यह बीते कल तक ही पूर्ण हो जाना चाहिए था. कोरोना टीका लगाने में यदि देश को नागरिकों को प्राथमिकता दी गई होती तो शायद आज यह गंभीर परिस्थिति नहीं होती. गोहिल ने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट की चेतावनी की अवगणना करने की वजह से आज भारत दुनिया में कोरोना के मामले में दूसरे पर नंबर पर पहुंच गया है.