
-51 हजार रुपये के दूसरे इनाम के लिए बिन्ना और सुखचैन में बराबर रही कुश्ती
-31 हजार रुपये का तीसरा प्रीतम आसौदा ने जीता
झज्जर, 18 सितंबर . जिले के गांव आसौदा में दादा बूढ़ा मेले में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा आयोजित दंगल में सबसे बड़ी कुश्ती गांव रोहद के निवासी पहलवान रजत रूहिल ने जीत ली. उन्हें एक लाख रुपये का ईनाम प्रदान किया गया. दंगल में छोटे-बड़े बहुत मुकाबले कांटे के हुए. कुश्ती प्रेमियों में उत्साह देखते ही बनता था.
आसौदा के दादा बूढ़ा दंगल की एक लाख रुपये की पहली कुश्ती में रजत रूहिल ने Rohtak जिलेे के गांव इस्माइला निवासी पहलवान मंजीत को हराया. दंगल में 51000 रुपये के द्वितीय पुरस्कार के लिए बिन्ना और सुखचैन के बीच मुकाबला बराबर रहा. जिस पर ईनामी राशि भी दोनों में बराबर बांट दी गई. दंगल में 31000 रुपये के तीसरे पुरस्कार के लिए मुकाबला आसौदा निवासी प्रीतम और भिवानी निवासी मंदीप के बीच हुआ. इस कुश्ती को प्रीतम आसौदा ने जीत लिया.
युवा भाजपा नेता ऋषि भारद्वाज ने भी दंगल समारोह में अतिथि के रूप में शिरकत की. उन्होंने दो पहलवानों के हाथ मिलाकर मुकाबला शुरू करवाया. उन्होंने कहा कि दादा बूढ़ा श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं. उन्होंने कहा कि कुश्ती भारत देश का सबसे पुराना व ऐतिहासिक खेल है. कुश्ती का खेल संयम व स्ट्रेंथ का खेल माना जाता है हालांकि आज के दौर में कुश्ती का खेल अपना महत्व खोता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको जीवित रखने के लिए ग्रामीण स्तर पर दंगल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाना बहुत जरूरी है ताकि युवा भारत देश के इस प्राचीन खेल की महत्ता समझ सके. डीसी शक्ति सिंह व एसपी अर्पित जैन ने भी दादा बूढ़ा मंदिर प्रांगण में पहुंच कर दादा बूढ़े के दर्शन किए. इस मौके पर अतरे प्रधान, कपूरे प्रधान, पूर्व चेयरमैन दयानंद, ललित, अधिवक्ता बलबीर सिंह, हरिप्रकाश उर्फ धांधु, पान्नू कोच, अशोक पहलवान, नरेंद्र पहलवान, वेदांत सहगल आदि मौजूद रहे.
/ शील
