
Raipur, 17 सितंबर . अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा ने Police द्वारा ताड़मेटला में नक्सली मुठभेड़ के नाम पर दो आदिवासी युवकों कीMurder की कड़ी निंदा की है और दोषी Police अधिकारियों को गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है. किसान सभा ने इस पूरे घटनाक्रम पर State government की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए हैं.
छत्तीसगढ़ किसान सभा के राज्य संयोजक संजय पराते ने Sunday को बयान जारी कर कहा कि सभी तरह की स्वतंत्र जांच-पडतालें कथित मुठभेड़ में मारे गए आदिवासी युवकों के निर्दोष ग्रामीण होने के तथ्य को स्थापित करते हैं. Police अभी तक इस बात का कोई तर्कसंगत जवाब नहीं दे पाई है कि इन युवकों के शवों को परिजनों को सौंपने के बजाय जबरदस्ती जंगल में क्यों जला दिया गया?
किसान सभा नेता ने कहा कि Police के उच्चाधिकारियों द्वारा इस फ़र्ज़ी मुठभेड़ को जायज ठहराए जाने के बाद अब यह स्पष्ट है कि पूराMurder कांड राज्य प्रायोजित है. घटना की वास्तविकता जानने के लिए वहां जाने वाले पत्रकारों और नागरिक दलों को रोका जाना इसी तथ्य को प्रमाणित करता है. इस पूरे घटनाक्रम पर State government की चुप्पी भी इसी का संकेत है. किसान सभा ने इस जनसंहार के खिलाफ आदिवासियों और नागरिक संगठनों द्वारा चलाये जा रहे आंदोलन का समर्थन किया है.
/ चंद्रनारायण शुक्ल
