जबलपुर, 14 जनवरी . कोविड-19 (Covid-19) के बचाव के लिए सीरम इन्स्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा तैयार कोवीशील्ड वैक्सीन जबलपुर, रीवा व शहडोल संभाग के जिलों में लगेगा. पहले चरण के लिए कुल 15 हजार 100 वायल आये हैं. एक वायल में 10 डोज है. 0.5 एमएल का दो डोज चार सप्ताह के अंतराल पर लगाना होगा. दूसरा डोज लगने के चार सप्ताह के बाद प्रतिरोधक क्षमता विकसित होगी. इस वैक्सीन का देश के साथ.साथ विदेशों में परीक्षण हो चुका है. मांसपेशी में इन्जेक्शन के रूप में लगने वाले वैक्सीन को लेकर आपके मन में जो भी दिलचस्पी है, उसे इन सवालों और जवाबों से समझा जा सकता है.
कोविड-19 (Covid-19) क्या है…………
कोविड-19 (Covid-19) सार्स कोव-2 नाम के कोरोना (Corona virus) से होता है. कोविड-19 (Covid-19) से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह फैलता है. श्वसन तंत्र का रोग है, जो अन्य अंगों को प्रभावित कर सकता है. वायरस के संपर्क में आने के दो से 14 दिन के अंदर इसके लक्षण आ सकते हैं. इसमें बुखार, कंपकंपी, खांसी, श्वांस फूलना, थकान, मांस पेशियों में दर्द, सरदर्द, स्वाद व गंध का न महसूस होना, गले में खराश, नाक बहना, उलटी या मतली और दस्त शामिल है.
एसआईआईपीएल (Indian Premier League) कोवीशील्ड वैक्सीन क्या है………….
कोविशील्ड वैक्सीन 18 वर्ष और इससे अधिक उम्र के लोगों में कोविड.19 से बचाव करेगी.
वैक्सीन लेने से पहले यह बताना होगा…………
किसी दवा, खाद्य पदार्थ, टीका या कोवीशील्ड वैक्सीन के कारण गंभीर एलर्जी हुई है. बुखार, रक्त बहने संबंधी बीमारी हो या खून पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं. प्रतिरोधक क्षमता कम हो या ऐसी कोई दवाएं ले रहे हैं. गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं. कोविड-19 (Covid-19) के खिलाफ कोई दूसरा टीका दिया जा चुका है.
कैसे लोगों को कोवीशील्ड वैक्सीन लेना चाहिए……….
कोवीशील्ड वैक्सीन 18 वर्ष और इससे अधिक उम्र के लोगों के लिए आपात स्थितियों में लगाने की सलाह दी गई है.
कब वैक्सीन नहीं लेना चाहिए………..
इस टीके के पिछली खुराक या इस वैक्सीन के शामिल किसी भी सामग्री से एलर्जी हुई थी.
कोवीशील्ड वैक्सीन में क्या शामिल है………..
एल-हिस्टिडीन, एल हिस्टिडीन हाइड्रोक्लोराइ मोनोहाइड्रेड, मेग्नीrशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेट, पॉलिसॉर्बेट 80, इथेनॉल, सुकरोज, सोडियम क्लोराइड, डायसोडियम इडेटेट डायहाइड्रेट, इंजेक्शन के लिए पानी.
कोवीशील्ड वैक्सीन कैसे दिया जाता है……..
कोवीशील्ड वैक्सीन केवल मांसपेशी में इंजेक्शन के रूप में ही दिया जाएगा. कोवीशील्ड वैक्सीन के कोर्स में 0.5 एमएल की दो अलग-अलग खुराकें चार से छह सप्ताह के अंतराल पर देनी हैं.
यदि दूसरी खुराक लेना भूल जाते हैं………..
यदि आप नियत समय पर दूसरी खुराक लेना भूल जाते हैं तो अपने स्वास्थ्य कर्मी से सलाह लें. कोवीशील्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक लेना जरूरी है.
क्या कोवीशील्ड वैक्सीन का पहले इस्तेमाल हुआ है…………..
कोवीशील्ड का परीक्षण देश व विदेश में कई लोगों पर हो चुका है. किसी को एक या दोनों खुराक दी गई थीं.
कोवीशील्ड वैक्सीन के क्या लाभ हैं………..
वैक्सीन के परीक्षण में देखा गया है कि इससे कोविड.19 की रोकथाम होती है. चार से 12 सप्ताह के अन्तराल पर दो खुराक दी जाती है. वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के चार सप्ताह बाद प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न होती है. यह कब तक असर करेगी, फिलहाल अभी इसकी कोई जानकारी नहीं है.
कोवीशील्ड वैक्सीन से संबंधित जोखिम क्या है……….
आम प्रभाव (जो 10 में एक से अधिक को हो सकता है)……..
इंजेक्शन लगाए जाने वाले स्थान पर दबाने में दर्द, गरमाहट, लालिमा, खुजली, सूजन या घाव सामान्य तौर पर तबीयत ठीक नहीं लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार आना, सरदर्द, मतली, जोड़ों में दर्द, इंजेक्शन लगने के स्थान पर गांठ बनना, बुखार, उलटी करना, फ्लू जैसे लक्षण जैसे तेज बुखार, गले में खराश, बहती नाक, खांसी व कंपकंपी
ये प्रभाव आम नहीं है (जो 100 में एक को हो सकता है)……….
चक्कर आना, भूख में कमी, पेट दर्द, फूले हुए लिम्फ नोड्स, अधिक पसीना आना, त्वचा में खुजली या चकते, गंभीर या अप्रत्याशित दुष्प्रभाव हो सकते हैं.
साइड इफेक्ट होने पर क्या करना चाहिए………..
गंभीर एलर्जी होते ही पास के अस्पताल को कॉल करें. हेल्थ कर्मी से बात करें. सीरम इन्स्टिट्यूट ऑफ इंडिया के 24 घंटे काम करने वाले कॉल सेंटर के टोल प्रâीr नंबर 18001200124 पर दे सकते हैं.
अपना टीकाकरण कार्ड अपने पास रखें…………
यदि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर टीकाकरण रिकॉर्ड का विकल्प उपलब्ध हो तो जब आपको खुराक दे दी जाए तो अपने हेल्थ कर्मी से इसके बारे में चर्चा करें.