
Mumbai , 06 सितंबर . जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल कर रहे मनोज जारंगे की Wednesday सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसी वजह से जिला प्रशासन ने तत्काल मौके पर Doctors की टीम भेज कर जारंगे का प्राथमिक इलाज करवाया. जारंगे को सलाइन चढ़ाई जा रही है. मनोज जारंगे की भूख हड़ताल का आज नौवां दिन है.
Doctors की टीम ने मनोज जारंगे को अस्पताल में भर्ती होने की पेशकश की, जिसे जारंगे ने ठुकरा दिया है. Doctors के मुताबिक जारंगे के गले में संक्रमण और शरीर में ताकत की कमी के कारण वे ठीक से बोल नहीं पा रहे हैं. मनोज जारंगे ने Media को बताया कि सरकार ने उनकी जान लेने का फैसला कर लिया है. इसी वजह से कुनबी जाति प्रमाणपत्र के लिए शासन आदेश निकालने में बिलंब कर रही है.
उल्लेखनीय है कि सरकार का प्रतिनिधिमंडल Tuesday को मनोज जारंगे से मिला था और उनसे कुनबी जाति प्रमाणपत्र के लिए शासन आदेश निकालने के लिए एक महीने का वक्त मांगा था. लेकिन मनोज जारंगे ने सरकारी प्रतिनिधिमंडल को सिर्फ चार दिनों का वक्त दिया है. साथ ही मनोज जारंगे ने भूख हड़ताल जारी रखी है. मराठा आरक्षण के बारे में आज हो रही कैबिनेट की बैठक में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है.
