
Mumbai , 04 सितंबर . मराठा समाज के संयोजक मनोज जारंगे पाटिल ने कहा कि मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र दिया जाना चाहिए. यह उनकी मुख्य मांग है लेकिन उनके आंदोलन को अनायास मराठा आरक्षण से जोड़ा जा रहा है.
मनोज जारंगे ने Monday को जालना में पत्रकारों को बताया कि मराठवाड़ा सहित Maharashtra में मराठा समाज का मूल व्यवसाय कृषि है. साथ ही 1960 से पहले मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाण पत्र दिया जाता था लेकिन संयुक्त Maharashtra का निर्माण होने के बाद यह जाति प्रमाण पत्र मिलना बंद हो गया.
मनोज जारंगे ने बताया कि उनकी मुख्य मांग कुनबी जाति का प्रमाणपत्र मिलने की है. जालना के कई तहसीलों में कुनबी जाति प्रमाणपत्र के सबूत भी मिले हैं.
जारंगे पाटिल ने बताया कि जब हम Hyderabad में थे तो मराठाओं को आरक्षण था लेकिन मराठवाड़ा जब संयुक्त Maharashtra में शामिल हो गया तब से यह बंद कर दिया गया है. जारंगे पाटिल ने कहा कि इसी विषय पर आज Chief Minister ने मंत्रालय में बैठक बुलाई है. इस बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है, हम इसका इंतजार कर रहे हैं.
