नई दिल्ली (New Delhi) . टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज मो. मोहम्मद कैफ ने धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचनाओं के शिकार हुए टीम इंडिया के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का बचाव किया है. पुजारा को धीमी बल्लेबाजी के लिए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग और एलन बॉर्डर ने आड़े हाथों लिया है. पोटिंग और बॉर्डर के अनुसार पुजारा की धीमी बल्लेबाजी के कारण दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रहे खिलाड़ियों पर अनावश्यक दबाव पड़ा था.
कैफ ने पोंटिंग और बॉर्डर की आलोचना को सिरे से खारिज कर दिया. पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में 50 रन बनाए. इसके लिए पुजारा ने 176 गेंदें खेलीं. पुजारा की धीमी बल्लेबाजी पर पूछे गए एक सवाल पर पोंटिंग ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि ये सही रवैया है. मुझे लगता है कि पुजारा को रन बनाने की गति और बढ़ानी चाहिए. मुझे लगता है कि उनकी वजह से दूसरे बल्लेबाजों पर ज्यादा दबाव बन रहा है.’
कैफ ने ट्वीट किया, ‘पुजारा 9 महीने के बाद क्रिकेट खेल रहे हैं. थोड़ा दिल बड़ा रखिए. कृपया धीमी बल्लेबाजी की बात ना करें. याद रखें कि यह टेस्ट मैच है. यह कोई एकदिवसीय या टी20 मैच नहीं है, जिसमें स्लॉग ओवर्स में तेज बल्लेबाजी की जरूरत हो.’ पोंटिंग आईपीएल (Indian Premier League) की टीम दिल्ली कैपिटल्स के कोच हैं. वहीं कैफ भी इसी टीम के कोचिंग स्टाफ में शामिल हैं.
वहीं बॉर्डर ने भी पुजारा की धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की है. उन्होंने कहा, पुजारा शॉट खेलने के लिए डरे हुए लग रहे हैं. वह रन बनाने की जगह अपना विकेट बचाए रखने के लिए खेल रहे हैं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के ही टॉम मूडी का भी विचार भी कैफ जैसा ही है उनका मानना है कि पुजारा अपना सामान्य खेल खेल रहे थे. उनकी बल्लेबाजी शैली ही ऐसी है, इसलिए उन्हें धीमा कहना ठीक नहीं है.