
जम्मू, 11 सितंबर . ऐसा लगता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व Chief Minister उमर अब्दुल्ला को एहसास हो गया है कि उनकी पार्टी का झूठ अब Jammu के लोगों को बेवकूफ नहीं बना सकता है और उन्हें यह स्वीकार करना होगा कि एनसी इस क्षेत्र के प्रति अपने दृष्टिकोण में पक्षपाती थी. जम्मू-कश्मीर भाजपा के महासचिव और पूर्व मंत्री डॉ. देविंदर कुमार मन्याल ने कहा है कि आखिरकार उमर अब्दुल्ला को सच बोलने की सद्बुद्धि आई कि Jammu क्षेत्र के लोगों के साथ सभी मामलों में भेदभाव किया गया और उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया. नेकां शासन के तहत दशकों तक Jammu के साथ जो व्यवहार किया गया, वह एक तथ्य है जिसका अब इस पार्टी के उपाध्यक्ष ने भी समर्थन किया है.
Monday को डॉ. मन्याल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में व्याप्त जमीनी हकीकत को स्वीकार करने के लिए आगे आने के लिए उमर अब्दुल्ला सभी सराहना के पात्र हैं. यह वास्तव में एक अच्छा संकेत है कि उमर ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिंसा, पथराव और हड़ताल आदि की घटनाएं समाप्त हो गई हैं और कश्मीर घाटी में अब स्थायी शांति है और ऐसे में परिदृश्य में बदलाव आया है. पर्यटक प्रवाह में वृद्धि हुई है.
भाजपा नेता ने कहा कि यह वही नेशनल कॉन्फ्रेंस है, जिसके नेता बार-बार सवाल उठाते रहे हैं, जब Central Governmentऔर केंद्रशासित प्रदेश प्रशासन दावा कर रहे थे कि जम्मू-कश्मीर में काफी हद तक शांति लौट आई है और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आए हैं. गौरतलब है कि वह एक यूट्यूब चैनल के साथ एक साक्षात्कार का जिक्र कर रहे थे, जहां उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि एनसी केवल कश्मीर क्षेत्र के लिए काम करने को इच्छुक है. डॉ. मन्याल ने कहा कि इस तरह के बयान से पता चलता है कि एनसी ने Jammu में जमीन खो दी है.
