नई दिल्ली (New Delhi) . भारत से नेपाल में करीब 22 रुपये तक सस्ता होने का असर है कि सीमावर्ती इलाकों के लोग पेट्रोल (Petrol) लेने पड़ोसी देश जा रहे हैं. हालात यह है कि बिहार (Bihar) के अररिया और किशनगंज जिलों से लगती सीमा पर पगडंडियों से पेट्रोल (Petrol) की तस्करी करते कुछ लोग पकड़े जा चुके हैं.
पुलिस (Police) और एसएसबी जवानों की चौकसी से बचते हुए तस्कर तेल का खेल कर रहे हैं. कोरोना की पाबंदी से अभी तक सीमा पूरी तरह खुली नहीं है. नेपाल में इस समय पेट्रोल (Petrol) भारत के मुकाबले 22 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता है. यहां बताना जरूरी है कि नेपाल में बिक रहा सस्ता तेल भारत से ही जाता है. पुरानी संधि के तहत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ही नेपाल के लिए खाड़ी देशों से ईंधन मंगाता है. आईओसी नेपाल को ईंधन सप्लाई खरीद मूल्य पर ही करता है. नेपाल से केवल रिफाइनरी शुल्क लिया जाता है. एसएसबी के डीआईजी एस.के. सारंगी ने बताया कि डीजल-पेट्रोल (Petrol) की तस्करी की सूचना मिलने के बाद सीमाई इलाकों में सतर्कता के निर्देश दिए गए हैं.
किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने कहा है कि एसएसबी से समन्वय स्थापित कर चौकसी बढ़ाने का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया जाएगा. भारत-नेपाल का जोगबनी (बिहार) सीमा काफी अलर्ट पर है, मगर खुली सीमा क्षेत्र में 30 से ज्यादा ऐसी जगहें हैं, जहां पगडंडियों के सहारे खुलेआम नेपाल आ-जा सकते हैं. एक पंप के मालिक सुधीर कुमार ने कहा, ‘कम कीमत के कारण नेपाल से पेट्रोल (Petrol) की तस्करी का बिक्री पर प्रभाव पड़ा है.’ अररिया, फारबिसगंज, नरपतगंज फोरलेन पर जितने भी पेट्रोल (Petrol) पंप हैं, उसकी बिक्री पर असर पड़ रहा है. बड़े पैमाने पर तेल लाकर भारतीय क्षेत्र में छोटे दुकानदारों को कम कीमत पर आपूर्ति की जा रही है.
यूपी के गोरखपुर, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत से मिली जानकारी के अनुसार, भारत से नेपाल जाने वाले वाहन संचालक वहां से टैंक भरवाकर लौटते हैं. कुछ लोग डीजल, पेट्रोल (Petrol) को कनस्तर में भरकर लाते हैं और स्थानीय बाजारों में इसे बेचते हैं. स्थानीय लोग छोटी गाड़ियों व बाइक से नेपाल की सीमा में प्रवेश कर वाहनों की टंकी भराकर वापस लौट आते हैं. एसएसबी कमांडेंट मुन्ना सिंह का कहना है कि अभी एसएसबी सतर्क है. अब तक पेट्रोल-डीजल की तस्करी का कोई मामला सामने नहीं आया है. लॉकडाउन (Lockdown) के बाद से अभी तक आम भारतीय वाहनों का नेपाल में प्रवेश नहीं हो रहा है.
सामान्य हालात में उत्तराखंड में सीमाई इलाके के लोग भी नेपाल से सस्ता तेल खरीदने जाते हैं. लेकिन कोरोना के कारण इन दिनों भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर वाहनों की आवाजाही सीमित है. प्रशासन ने चुनिंदा व्यापारियों को ही नेपाल जाने के लिए पास जारी किया है. ऐसे में भारतीय नागरिक नेपाल के सस्ते तेल का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय सीमा खुलने के बाद पेट्रोलियम पदार्थों की तस्करी की संभावनाएं हैं. उत्तराखंड के मुकाबले नेपाल में भारत की तुलना में डीजल करीब 20 रुपये और पेट्रोल (Petrol) करीब 17 रुपये सस्ता है.