
Mumbai ,04 सितंबर . पालघर जिले के दहानू तालुका के वाढवण में प्रस्तावित बंदरगाह परियोजना के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करने वाले दहानू तालुका पर्यावरण संरक्षण प्राधिकरण (डीटीईपीए) के हालिया फैसले के बाद तटीय क्षेत्रों में सरकार के विरोध में भीषण आक्रोश भड़क गया है.
प्रस्तावित बंदरगाह के विरोध में Sunday को समुंदर के तट पर मछुआरों और आदिवासियों सहित हजारों ग्रामीणों का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. लोगों ने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और तत्काल बंदरगाह रद्द करने की मांग की है. बंदरगाह विरोधी संघर्ष समिति की अगुवाई के हजारों लोग समुद्र के तट पर इकट्ठा हुए और परियोजना को रद्द करने की मांग की.
लोगों की सभा को संबोधित करते हुए पानेरी रेस्क्यू कमेटी के दीपक भंडारी ने कहा कि यह अपने अस्तित्व की लड़ाई है और सभी को इसे गंभीरता से लेते हुए इस लड़ाई लड़नी चाहिए. लोक प्रहार एसोसिएशन के स्वप्निल तरे ने कहा कि भूमिपुत्र केंद्र की इस कुटिल योजना को विफल करने के लिए कमर कस कर खड़ा हो गया है.
वाढवन बंदरगाह का विरोध पिछले कई वर्षों से स्थानीय मछुआरे कर रहे हैं. लेकिन Central Governmentके कदमो से हाल के दिनों में बंदरगाह को लेकर गतिविधियों ने फिर से जोर पकड़ लिया है. लेकिन वाढवण में बनने वाले बंदरगाह का लोग यह कह कर विरोध कर रहे है, कि इसके निर्माण से लाखों लोगों का रोजगार तो खत्म होगा.
/योगेंद्र
