


-जी-20 मुख्य विज्ञान सलाहकारों के कॉफ्रेंस के प्रतिनिधियों ने मोढेरा सूर्य मंदिर और सुजाणपुरा सोलर पावर प्रोजेक्ट को देखा
-जी-20 मुख्य विज्ञान सलाहकारों की 3 दिवसीय दूसरी परिषद Sunday से शुरू
Gandhinagar , 27 अगस्त . जी-20 की बैठकों की शृंखला में 27 से 29 अगस्त के दौरान Gujarat में चीफ साइंटिफिक एडवाइजर्स की दूसरी बैठक Sunday से शुरू हुई. जी-20 के मुख्य विज्ञान सलाहकारों की इस सेकेंड राउण्ड टेबल कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सहभागी प्रतिनिधियों ने सुजाणपुरा सोलर प्लांट और मोढेरा सूर्य मंदिर देखा. मोढेरा सूर्य मंदिर के दर्शन के दौरान Chief Minister भूपेन्द्र पटेल भी मौजूद रहे. प्रतिनिधियों ने मोढेरा सूर्य मंदिर पर लाइट एंड साउंड शो का भी लुत्फ उठाया. प्रतिनिधि मोढेरा मंदिर के शिल्प, स्थापत्य और कला से अचंभित हुए. प्रतिनिधियों को मंदिर की खासियत और पौराणिक महत्व से अवगत कराया गया.
मोढेरा मंदिर के लाइट एंड साउंड शो में वैदिक काल से सूर्य की उत्पत्ति और मौजूदा समय में मनुष्य के जीवन में सूर्य के प्रभाव समेत विश्व भर में सूर्य के महत्व और विशेषता के संबंध में वीडियो प्रजेंटेशन से सभी प्रतिनिधि अचंभित हुए. मेहसाणा से करीब 25 किलोमीटर की दूसरी पर मोढेरा का प्रसिद्ध सूर्य मंदिर है. सूर्य मंदिर Gujarat के सोलंकी युग के शासन की यशोगाथा की झांकी है. सोलंकी युग के इस मंदिर के गर्भगृह में संवत 1083 का शिलालेख उकेरा हुआ है. इससे कहा जा सकता है कि इसवी सन् 1027 में इस मंदिर का निर्माण किया गया था. पौराणिक काल में मोढेरा को तीर्थ स्थान माना जाता था. यह सूर्य मंदिर वर्तमान में गर्भगृह, रंगमंडप, गूढ़मंडप के साथ बिना शिखर के खड़ा है. इन तीनों परिसरों की कुल लंबाई लगभग 145 फीट है. गर्भगृह और गूढ़मंडप दोनों की लंबाई 70 फीट और चौड़ाई 50 फीट है. माना जाता है कि गर्भगृह छह मंजिलों वाला है. यहां 176 फीट लंबा और 20 फीट चौड़ा सूर्यकुंड है. इस सूर्यकुंड को भी कलात्मक नक्काशी से सजाया गया है.
सूर्य मंदिर के ठीक सामने रंग मंडप है. यह गूढ़मंडप से एक फीट नीचे है. रंगमंडप उत्कृष्ट मूर्तिकला नक्काशी से सुसज्जित है और इसलिए यह जीवंत कलाकृति देखने लायक है. बेनमून कलाकृति से सुसज्जित यह सूर्य मंदिर वातावरण को सूर्यमयऔर सुनहरा बना देता है. इसके अलावा प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले उत्तरार्ध महोत्सव की जानकारी से भी अतिथियों को अवगत कराया गया. मोढेरा सूर्य मंदिर में देश की चंद्रयान-3 की अप्रतिम सफलता की प्रस्तुति की गयी, जिसका प्रतिनिधिमंडल ने उत्साहपूर्वक स्वागत किया. Chief Minister के साथ सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा सहित पदाधिकारी शामिल थे.
इस मौके पर जी-20 सदस्य देशों के अलावा विशेष रूप से आमंत्रित देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे. जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, ईयू, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, रूसी संघ, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे. इसके अलावा आमंत्रित देशों में बांग्लादेश, ओमान, नीदरलैंड और नाइजीरिया के प्रतिनिधि मौजूद थे. अंतरराष्ट्रीय संगठनों में World Health Organization और यूनेस्को के प्रतिनिधि प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए. केन्द्र सरकार में से नीति आयोग के सदस्य डॉ विनोद पॉल समेत विभिन्न सरकारी प्रतिनिधियों प्रो. अजय के. सूद, डॉ बालसुब्रह्मण्यम, डॉ परविंदर, डॉ राजीव समेत गणमान्य लोग मौजूद रहे.
/बिनोद/आकाश
