
-Ahmedabad में Sunday को जुटेंगे साधु-संत
Rajkot/Ahmedabad, 2 सितंबर . किंग ऑफ सारंगपुर हनुमान मूर्ति के फाउंडेशन के खाली जगहों के भित्ति चित्र विवाद में अब भाजपा के राज्यसभा Member of parliament रामभाई मोकरिया का बयान सामने आया है. उन्होंने विवादित भित्ति चित्रों को हटाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिरों के पुजारी हो तो उन्हें पुजारी के रूप में रहने देना चाहिए, यदि वे कहते हैं कि खुद भगवान हैं तो यह नहीं चलेगा.
पिछले तीन दिनों से सारंगपुर मंदिर के भित्ति चित्रों का विवाद छाया हुआ है. यहां हनुमानजी के कई भित्ति चित्रों में उन्हें स्वामीनारायण सम्प्रदाय के संतों के आगे नतमस्तक दिखाया गया है. इसे लेकर सनातनी साधु-संत मोर्चा खोल चुके हैं. Saturday को राज्यसभा Member of parliament रामभाई मोकरिया ने कहा कि वे मारुतिनंदन के भक्त हैं, उनका सम्मान बना रहना चाहिए. स्वामीनारायण संप्रदाय को विवाद से दूर रहना चाहिए. लोगों की आस्था को ठेस पहुंचती है, मेरा मानना है कि यह भित्ति चित्र हटा लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि शंकराचार्य से कोई बड़ा नहीं है, उनकी अपील को मान लेना चाहिए.
संतों की मीटिंग में होगा निर्णय: ऋषि भारती बापू
Sunday को Ahmedabad के लंबे नारायण आश्रम में साधु-संतों की बैठक आयोजित की जाएगी. इसमें 150 से अधिक साधु-संत शामिल होंगे. ऋषि भारती बापू ने बताया कि मीटिंग में सबसे पहले प्रेमपूर्वक किस तरह मार्ग निकले, इस पर प्रयास किया जाएगा. जो शांति से समस्या का समाधान निकले तो उत्तम. सनातन धर्म के भाई-बहनों, साधु-संतों की एक ही मांग है कि हनुमान जी को सहजानंद स्वामी का दास बनाया गया है, उसे हटा लिया जाए.
/बिनोद
