
-आरोपितों पर गलत जीएसटी नंबर लेकर 1102 करोड़ रुपए के घोटाला का आरोप
Ahmedabad, 26 अगस्त . जीएसटी घोटाले में भावनगर से पकड़े गए 13 अन्य आरोपितों को Saturday को पालीताणा कोर्ट में पेश कर Police ने 28 अगस्त के लिए उन्हें रिमांड पर लिया है. आरोपितों ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के आधार कार्ड प्राप्त कर मोबाइल नंबर अपडेट कर गलत जीएसटी नंबर प्राप्त किया और इसके जरिए 1102 करोड़ रुपए का जीएसटी घोटाला किया था. फर्जी बिलिंग के संबंध में भावनगर, पालीताणा और अमरेली साइबर क्राइम ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी. इसकी जांच के लिए रेंज आईजी ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की नियुक्ति की थी.
भावनगर के पालीताणा स्थित आधार केन्द्र के जरिए लोक योजनाओं के लाभार्थियों के डाटा का दुरुपयोग किया जा रहा था. इस मामले में जरूरतमंद लोगों के आधार कार्ड के साथ लिंक किया गया मोबाइल नंबर बदल दिया जाता था. नकली आधार कार्ड के जरिए 470 जीएसटी रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें 118 रजिस्ट्रेशन Gujarat में किया गया था, जबकि बाकी अन्य राज्यों में किए गए थे. पूरे देश में 2700 से अधिक नकली जीएसटी नंबर मिले थे. शुरुआत में Police ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर जांच शुरू किया था. बाद में 13 अन्य लोगों की संलिप्तता होने पर Police ने उन्हें गिरफ्तार किया था.
इससे पूर्व जीएसटी घोटाले में आरोपित महम्मद टाटा को पालीताणा से भावनगर लाया गया था. उससे पूछताछ में 1102 करोड़ रुपए के बोगस बिलिंग में Gujarat और Maharashtra में नेटवर्क चलने की जानकारी मिली. जीएसटी के मेगा ऑपरेशन में भावनगर में हुई छापेमारी में 74 फर्जी फर्मों का पता चला था. इसमें करीब 4 हजार करोड़ रुपए का टर्नओवर और 137 करोड़ रुपए की कर चोरी का पता चला था.
/बिनोद
