Udaipur. पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) हॉस्पिटल, उमरड़ा में चिकित्सकों ने एक बच्ची के जन्मजात दिल के छेद का सफल उपचार किया है.
चैयरमेन आशीष अग्रवाल ने बताया कि लक्षिता नामक बच्ची को जन्मजात दिल में छेद की बीमारी थी. इसकी वजह से बच्ची का सामान्य बच्चों की तरह विकास नहीं हो पा रहा था. तीन साल की उम्र में भी वजन छह किलो ही था. बच्ची को हमेशा सर्दी, जुकाम रहता था. खेलते हुए जल्दी थक जाती थी और सांस फूलने, धडक़न तेज होने की शिकायत थी. गत दिनों परिजन बच्ची को पिम्स हॉस्पिटल में लेकर आए.
जांचों के पश्चात हार्ट एंड वास्कुलर सर्जन डॉ. विवेक रावत ने ओपन हार्ट सर्जरी कर दिल के छेद को बंद किया गया. सर्जरी में कार्डियक एनेस्थेस्टि डॉ. विपिन सिसोदिया, कॉर्डियोलोजिस्ट डॉ. महेश जैन और डॉ. उमेश स्वर्णकार का विशेष सहयोग रहा. अग्रवाल ने बताया कि पिम्स हॉस्पिटल में Chief Minister चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में दिल के सभी जटिल ऑपरेशन मुफ्त हो रहे हैं.
