Gujarat

पूरी दुनिया ‘बैक टू बेसिक’ की राह पर : भूपेन्द्र पटेल

इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन क्लीनिकल रिसर्च फॉर रोल ऑफ साइकोलॉजी, योग और नेचुरोपैथी फॉर वेलबीइंग
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन क्लीनिकल रिसर्च फॉर रोल ऑफ साइकोलॉजी, योग और नेचुरोपैथी फॉर वेलबीइंग
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन क्लीनिकल रिसर्च फॉर रोल ऑफ साइकोलॉजी, योग और नेचुरोपैथी फॉर वेलबीइंग

-मेहसाणा में ‘इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन क्लीनिकल रिसर्च फॉर रोल ऑफ साइकोलॉजी, योग एंड नेचुरोपैथी फॉर वेलबीइंग’ का समापन समारोह

मेहसाणा, 10 सितंबर . Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने Sunday को मेहसाणा स्थित शंकूस वाटर पार्क के डिवाइन स्कूल में ‘इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन क्लीनिकल रिसर्च फॉर रोल ऑफ साइकोलॉजी, योग और नेचुरोपैथी फॉर वेलबीइंग’ के समापन समारोह में कहा कि इस कॉन्फ्रेंस में हुआ चिंतन, मनन और मंथन अमृत काल में अमृत स्वास्थ्य के लिए प्रेरक बल प्रदान करेगा. प्रधानमंत्री ने योग और नेचुरोपैथी जैसी सदियों पुरानी पारंपरिक स्वास्थ्य चिकित्सा पद्धतियों को पुनर्स्थापित करने के लिए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र में रखा था, जिसे पूरी दुनिया ने सहर्ष स्वीकार किया है.

Chief Minister ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से योग-प्राणायाम प्रचलित हुए हैं. इससे योग दिवस लोगों के मानसिक तनाव को कम करने के साथ-साथ शरीर, मन और चेतना को संतुलित रखने का एक माध्यम बना है. योग, नेचुरोपैथी और मेंटल हेल्थ साइकोलॉजी के जरिए मनुष्य के स्वास्थ्य संवर्धन और कल्याण के लिए आयोजित यह कॉन्फ्रेंस ‘राइट जॉब एट राइट टाइम’ है. उन्होंने कहा कि जी20 की सफलता से राष्ट्र का नाम पुरी दुनिया में गौरवांवित हुआ है. आज पूरी दुनिया वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से एक छत तले स्वास्थ्य के लिए चिंतित हुई है.

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Chief Minister ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहतर आहार की आवश्यकता है, तब देश में प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में चल रहा प्राकृतिक खेती का अभियान आगामी समय में स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होने वाला है. उन्होंने कहा कि Gujarat में राज्यपाल आचार्य देवव्रत के मार्गदर्शन से प्राकृतिक खेती अभियान को सरकार आगे बढ़ा रही है.

उन्होंने कहा कि रोग के उपचार के लिए पारंपरिक चिकित्सा के उपयोग को व्यापक फलक देने के लिए World Health Organization (डब्ल्यूएचओ) के सहयोग से Gujarat में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का निर्माण हो रहा है. आज पूरे भारत के नागरिक अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष मना रहे हैं और समूची दुनिया पौष्टिक आहार पद्धति को ध्यान में रखकर ‘बैक टू बेसिक’ की राह पर आगे बढ़ रही है.

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इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष चिराग अंधारिया ने कहा कि शंकूस नेचुरोपैथी में 18 वर्ष पहले शुरू हुए प्राकृतिक उपचार केंद्र का अब तक 27 देशों के 28 हजार नागरिकों ने लाभ उठाया है. कॉन्फ्रेंस के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि तीन दिनों के दौरान 275 प्रतिनिधियों के साथ 127 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए हैं. कैंसर और मानसिक बीमारी सहित कई अन्य बीमारियों पर गहन चर्चा हुई है. इस कॉन्फ्रेंस में ‘बीमार ही न पड़ा जाए’ विषय पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन देकर योग, नेचुरोपैथी और साइकोलॉजी के विचार को लोगों तक पहुंचाने की हिमायत की गई है. मेहसाणा जिले के शंकूज नेचुरल हेल्थ सेंटर में इस तीन दिवसीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन उत्तर Gujarat यूनिवर्सिटी-पाटण, डॉ बाबा साहेब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी तथा सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से किया गया. यह कॉन्फ्रेंस वर्तमान युग में मानव जाति के स्वास्थ्य कल्याण के लिए नवीनतम वैज्ञानिक शोध-संशोधन के साथ हमारी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों तथा साइकोलॉजी, योग एवं नेचुरोपैथी के संयोजन पर सामूहिक विचार मंथन के लिए आयोजित हुई थी. इस अवसर पर Chief Minister ने कॉन्फ्रेंस में अवॉर्ड प्रदान किए.

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कार्यक्रम में विधायक मुकेश पटेल, जिला Collector एम. नागराजन, अग्रणी गिरीशभाई राजगोर, हार्ट फाउंडेशन रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमैन नीतिन शाह, डॉ बाबा साहेब आंबेडकर ओपन यूनिवर्सिटी की कुलपति डॉ अमीबेन उपाध्याय, लकुलीश यूनिवर्सिटी के डीन दिनेश पंचाल, शंकूज के हितेन्द्रभाई सहित विभिन्न संशोधक, प्रोफेसर और विद्यार्थी उपस्थित रहे.

/बिनोद/आकाश

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