उदयपुर (Udaipur). जिले के सराड़ा थाना क्षेत्र में नाबालिग किशोरी का अपहरण कर झुंझुनू ले जाकर उसे बेच देना और बाद में उसे बंधक बना कर खरीददार द्वारा दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस (Police) ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया.
सलूम्बर क्षेत्र की पुलिस (Police) उप अधीक्षक सुधा पलावत ने बताया कि पीडि़ता के दादा ने सराड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पोती गत 18 मार्च को चावंड जाने के लिए घर से निकली लेकिन वापस नहीं लौटी. इस मामले में उन्हें आशंका है कि पंकज, किशन, अंकित उर्फ पिंटू, राजू उर्फ छोटिया, सतीश, मथुरा (Mathura) राम एवं सरपंच मनीष शर्मा, पोती का अपहरण कर ले गए.
इस मामले में पुलिस (Police) ने त्यौना खेतड़ी झूंझूनू निवासी कृष्ण कुमार उर्फ किशन पुत्र रोहिताश मेघवाल, अंकित उर्फ पिंटू कटारिया पुत्र बनवारीलाल मेघवाल ठाणा मथुरा (Mathura) दास रामपुरा खेतड़ी झुंझुनू निवासी पंकज पुत्र मदन सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस (Police) ने पीडि़ता के बयान दर्ज कराए तो उसने बताया कि 12 फरवरी को चावंड जाने के लिए बाबा घाटी रोड़ पर खड़ी होकर गाड़ी का इंतजार कर रही थी. इसी दौरान एक सफेद रंग की गाड़ी आई और उसमें सवार लोगों ने चावंड की ओर जाना बता कर लिफ्ट दी.
चावंड की जगह उदयपुर (Udaipur) ले गए और विरोध करने पर चाकू दिखा जान से मारने की धमकी दी. आरोपी झुंझुनूं लेकर गए, इनमें से एक ने मास्क हटाया तो मैंने उसे सराड़ा महाविद्यालय में सेंटिंग का कार्य करने वाले पंकज सिंह राजपूत के रूप में पहचान की. पंकज मुझे अपहरण कर ले गया और किशन को बेच दिया. उसने चार दिनों तक बंधक बनाकर मेरे साथ दुष्कर्म किया. मैं वहां से मौका पाकर क्षेत्र के सरपंच मनीष शर्मा के पास पहुंच गई तो सरपंच ने भी मुझे धोखे से पुन: किशन के पास ले जाकर उसे सौंप दिया. आरोपी ने फर्जी तरीके से स्टाम्प पर शादी की लिखा-पढ़ी भी कर ली. इस मामले में पुलिस (Police) उप अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस (Police) ने तीन आरोपियों को गिर तार किया. आज इन्हें अदालत में पेश किया जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया.