
आकर्षक होगी Silver के बेलपत्र से 154 फीट ऊंची शिव प्रतिमा
Surat, 30 अगस्त . त्रिनेत्र सनातन सेवा फाउंडेशन की ओर से Surat की पावन भूमि पर इसके गौरवशाली इतिहास में एक और स्वर्णिम गाथा जोड़ने का प्रयास किया गया है. इसके तहत जनकल्याण के लिए यहां सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग का निर्माण और पूजन किया जाएगा.
माना जाता है आदि-अनंत में विराजते भगवान शिव हर प्रकार से मंगल करने वाले और कल्याणकारी हैं. अपने भक्तों पर विशेष भाव रखने वाले भगवान शिव जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं आने देते, उनका पूजन, ध्यान मनुष्य को शाश्वत सुख देने वाला होता है. किसी भी परिस्थिति में भगवान शिव की ही स्तुति हर तरह से मंगलकारी है.
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजेश जैन, ममता नायडू, विष्णु सुरेका ने बताया कि 4 सितंबर, 2023 से 14 सितंबर, 2023 के दौरान पार्थिव शिवलिंग निर्माण तथा पूजन होगा. पूजा रोज सुबह 7:00 बजे से प्रारंभ होकर शाम 6:00 बजे तक होगी. 11 नदियों से मिट्टी लाई जाएगी. विश्व में पहली बार सवा करोड़ पार्थिव शिव पूजन का संकल्प इस Surat की पवित्र भूमि में लिया गया है. शिव भक्त व भगवान शिव को अपना गुरु मानने वाले अंबर गुरुजी का मानना है कि संसार में जितनी भी विद्याएं हैं, वह भगवान शिव के ही द्वारा प्रदत की गई हैं. शिव सानिध्य प्राप्त कर लेना अर्थात जीवन में हर कल्याण को अपने अंदर समाहित कर लेना होता है. चराचर जगत में व्याप्त भगवान शिव कल्याण रूप में सबके बीच में विद्यमान है.
गुरु जी के कथन के अनुसार शिव ही संसार है, शिव हर जगह चराचर व्याप्त है. शिव की पूजा अपने आप में संपूर्ण है. भगवान शिव को सबसे ज्यादा बेलपत्र पसंद है. विश्व में पहली बार Silver से निर्मित 154 फीट ऊंची शिव प्रतिमा सभी के लिए दर्शनीय होगी.
/बिनोद
