नई दिल्ली . कृषि बिल को जारी प्रदर्शनों के बीच मोदी सरकार ने पहल की है. इस पहल के तहत केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के सात किसान संगठनों की 3 दिसंबर को अगले चरण की बैठक के लिए आमंत्रित किया है. पहली बैठक 3 नवंबर को हुई थी. गौरतलब है कि कृषि मंत्री तोमर और केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 3 नवंबर को पंजाब (Punjab) के किसानों के साथ बैठक की थी. बैठक से पहले पीयूष गोयल ने कहा था कि हम किसानों से खुले दिल से बात कर और उनकी शंकाओं को दूर करने की कोशिश करने वाले है.
हम आशा करते हैं कि वे जल्द ही अपने काम पर लौटे और त्योहार के सीजन को मनाएंगे. हालांकि बैठक में किसान संगठनों के साथ बैठक असफल रही थी. पंजाब (Punjab) के किसान सितंबर में केंद्र सरकार (Central Government)द्वारा पारित कानूनों के खिलाफ ‘रेल-रोको’ विरोध प्रदर्शन किया. पंजाब (Punjab) में विरोध प्रदर्शनों के बीच रेल मंत्रालय ने माल रेलवे (Railway)सेवाओं को निलंबित कर दिया. इस पर पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने 4 नवंबर को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक ‘धरना’ दिया था. मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने कहा है कि केंद्र सरकार (Central Government)‘सौतेली मां’ की तरह व्यवहार कर रही है. सोमवार (Monday) , 23 नवबंर को करीब 61 दिनों बाद पंजाब (Punjab) में रेल सेवाएं शुरू हो सकी हैं.