
Mumbai .1 सितंबर : . विकलांग कल्याण विभाग विकलांगों के द्वार पहल के माध्यम से, हम राज्य के विभिन्न हिस्सों में विकलांगों तक पहुंच रहे हैं और उनकी समस्याओं और कठिनाइयों को सुन रहे हैं. इससे एक व्यापक विकलांगता नीति तैयार की जाएगी. दिव्यांग कल्याण विभाग अब दिव्यांग के दरवाजे पर इस अभियान के अध्यक्ष और मार्गदर्शक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने आज कहा कि यह नीति विकलांगों को आश्रय प्रदान करेगी.
दिव्यांग कल्याण विभाग के दिव्यांग कल्याण विभाग दिव्यांगके दरवाजे पर पहल के Thane जिला स्तरीय लाभ वितरण कार्यक्रम का उद्घाटन दिव्यांग कल्याण विभाग दिव्यांग के द्वार पर पहल के अध्यक्ष और मार्गदर्शक ओमप्रकाश उर्फ बच्चू कडू ने अपने उद्बोधन में इस नई नीति पर जोर दिया .
इस अवसर पर Thane Collector अशोक शिंगारे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनुज जिंदल, अति. मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. रूपाली सातपुते, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविनाश फड़तरे, जिला ग्रामीण विकास प्रणाली की परियोजना निदेशक छायादेवी शिसोडे, समाज कल्याण अधिकारी संजय बागुल आदि उपस्थित थे..
बच्चू कडु ने कहा कि देश में पहली बार Maharashtra में अलग से दिव्यांगजन मंत्रालय शुरू किया गया है. यह मंत्रालय इसलिए अस्तित्व में आया है क्योंकि Chief Minister एकनाथ शिंदे ने तुरंत इस मांग पर सहमति व्यक्त कर दी. राज्य के बजट का 5 प्रतिशत विकलांगों के लिए आवंटित किया जाना चाहिए. साथ ही इस बात की भी समीक्षा करनी होगी कि नगर निगम, नगर पालिका और जिला परिषद द्वारा दिव्यांगों के लिए आरक्षित राशि का 5 फीसदी हिस्सा वास्तव में खर्च किया गया है या नहीं. वर्तमान समय में शिक्षा में दिव्यांगों का प्रतिशत कम होता जा रहा है.
इसलिए राज्य के मूक-बधिर बच्चों के लिए 12वीं कक्षा के बाद शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए. दिव्यांगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने में Thane जिला अग्रणी रहे.तथा यह जिला दिव्यांगों के लिए नवोन्वेषी जिले के रूप में ख्याति अर्जित करे. Thane जिले के 100 फीसदी दिव्यांगों को यूडीआईडी कार्ड मिले इसके लिए प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए..
ऐसे दिव्यांग जो बिल्कुल चल नहीं सकते और सो रहे हैं, उनकी जानकारी एकत्र कर उन तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने की जरूरत है. जिन लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें लाभ पहुंचाना हमारा कर्तव्य है. बच्चू ने यह भी अपील की कि प्रशासन को विकलांगों के साथ खड़ा होना चाहिए..
Thane Collector . शिंगारे ने कहा कि उनका काम तभी पूरा होगा जब विकलांग अधिकार और गौरव के साथ जी सकेंगे. Thane जिले में दिव्यांगों के लिए योजनाओं को शत-प्रतिशत क्रियान्वित किया जाएगा. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि दिव्यांगों के लिए मिलने वाली धनराशि पूरी तरह उचित और पारदर्शी तरीके से खर्च की जाए.
इस समारोह में परिचयात्मक भूमिका प्रस्तुत करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी . जिंदल ने कहा कि State government ने एक महत्वपूर्ण अभियान ”दिव्यांग कल्याण विभाग दिव्यांगके दारी” शुरू किया है. जिला परिषद एवं जिला प्रशासन जिले के दिव्यांगों तक पहुंचकर उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. यह अभियान इसलिए महत्वपूर्ण होगा कि सभी सरकारी अधिकारी एक जगह मौजूद रहकर दिव्यांगों को योजनाओं का लाभ देंगे. आज की सभा में अमेज़न 300 विकलांग लोगों को नौकरी देने जा रहा है. जिला परिषद Thane और प्रगति अंध विद्यालय ने नेत्रहीन भाइयों के लिए ब्रेल लिपि में एक पुस्तिका तैयार की है.
दिव्यांग कल्याण विभाग की दिव्यांग कल्याण विभाग अब दिव्यांग के दरवाजे पर पहल के तहत Thane जिला स्तरीय लाभ वितरण कार्यक्रम में लगभग 40 से 50 स्टॉल लगाए गए थे. इसमें Thane जिला परिषद, नवी Mumbai नगर पालिका, संजय गांधी निराधार योजना, जाति, आय प्रमाण पत्र, उपक्षेत्रीय परिवहन विभाग, विभिन्न निगमों, छह नगर निगमों और नगर पालिकाओं के स्टॉल लगाए गए थे .
/रविंद्र
