
जगदलपुर,18 सितंबर . बस्तर संभाग में धान की फसल में इन दिनों बालियां निकल रहीं हैं, ऐसे समय में बारिश होना बहुत जरूरी होता है. पिछले दिनों बस्तर में हल्की से मध्यम बारिश हुई थी, लेकिन अब विगत चार दिनों से बारिश के बंद होने के साथ ही तेज धूप निकल रहा है, बारिश बंद होने एवं तेज धूप से खेतों में पानी सूखने लगा है. सप्ताहभर के भीतर बस्तर में तेज बारिश होती है तो धान की फसल के लिए लाभदायक साबित होगी, अन्यथा किसानों की चिंता बढऩे लगेगी.
उल्लेखनीय है कि धान की फसल के लिए सही समय पर बारिश होना जरूरी होता है. धान जब गभोट अवस्था में होता है, तब बारिश होना आवश्यक होता है, क्योंकि बारिश नहीं होने से बालियां अच्छे से नहीं निकल पाती. खेत में पानी नहीं होने के साथ-साथ बारिश नहीं होने से बालियां गभोट में ही फंस जाती है, और किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है. इस सीजन में बस्तर में अच्छी बारिश नहीं होने के कारण फसल की पैदावार प्रभावित होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
वर्तमान में हाईब्रिड और कम अवधि वाले धान की बालियां निकल रही है. बारिश बंद होने से किसानों की चिंता बढ़ रही है. आसमान में काले बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन बरस नहीं रहे हैं. किसान बादल देखकर एक बार फिर अच्छी बारिश होने के आश में हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. किसानों को तीज और गणेश चतुर्थी पर अच्छी बारिश की उम्मीद थी, लेकिन बारिश के आसार नहीं दिख रहे हैं. एक दिन बाद तीज और गणेश चतुर्थी भी है, ऐसे में अब बारिश नहीं होगी को किसानों की चिंता बढ़ेगी.
, राकेश पांडे
