भोपाल (Bhopal) . राजधानी में युवा बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना नौ महीने से लटकी हुई है. योजना के तहत रोजगार पाने दिए गए एक भी आवेदन को मंजूरी नहीं मिली है. हर साल औसतन दो हजार आवेदन इन योजनाओं के तहत लाभ लेने के लिए आते हैं. जिसमें 50 हजार से लेकर दो करोड़ रुपये तक का लोन मंजूर किया जाता है. रोजगार स्थापित करने के लिए युवा इनके लिए हाथ-पैर मारते हैं. विभाग ने एक अप्रैल 2020 के बाद से युवाओं से आवेदन नहीं लिए हैं. इसके पीछे पुराने आवेदनों पर किसी प्रकार की दिक्कतें होने, तकनीकी समस्या एवं वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने की बात कहीं जा रही है. इसलिए बीते नौ महीने से किसी भी युवा से आवेदन नहीं लिए गए हैं. बताया जाता है कि पूरे प्रदेश में यही स्थिति है.
विभाग के अनुसार मुख्यमंत्री (Chief Minister) युवा उद्यमी योजना के तहत भोपाल (Bhopal) में 55 एवं मुख्यमंत्री (Chief Minister) स्व-रोजगार योजना में 800 का लक्ष्य है. इसके बदले लगभग दोगुने आवेदन हर साल प्राप्त होते हैं. मालूम हो कि जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के जरिए युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार मुख्यमंत्री (Chief Minister) युवा उद्यमी योजना व मुख्यमंत्री (Chief Minister) स्व-रोजगार योजना चला रही है. लेकिन युवाओं को इनका कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस बारे में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक संजय पाठक का कहना है कि मुख्यमंत्री (Chief Minister) युवा उद्यमी एवं स्व-रोजगार योजना के तहत प्रतिवर्ष 850 से आवेदन प्राप्त होते हैं. कुछ समस्याएं आने के कारण पिछले साल से आवेदन नहीं ले लिए जा रहे हैं. शासन स्तर से निर्देश मिलते ही आवेदन लेंगे. इन योजनाओं को लेकर प्रदेशभर में ऐसे ही हालात बने हुए हैं.