एसवाईएल नहीं वाईएसएल का किया जाए निर्माण: भगवंत मान

मैं पंजाब बोलदा कार्यक्रम के दौरान पीएयू के बाहर प्रदर्शन करते विभिन्न संगठनों के लोग 
लुधियना में पीएयू के बाहर जांच करती Police 
लुधियाना में पीएयू के गेट के बाहर तैनात Police 

‘मैं Punjab बोलदा’ में Chief Minister मान ने केंद्र व Haryana को दी सलाह

सरकार की खुली बहस कार्यक्रम से दूर रहे Punjab के सभी विपक्षी दल

मान ने पूर्व सरकारों को घेर अपनी सरकार का पेश किया रोड मैप

चंडीगढ़, 1 नवंबर . Punjab के Chief Minister भगवंत मान ने केंद्र व Haryana सरकार को एसवाईएल की बजाए वाईएसएल का निर्माण करने की सलाह दी है. Chief Minister मान Wednesday को लुधियाना में आयोजित ‘मैं Punjab बोलदा’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

प्रदेश सरकार ने Punjab दिवस पर इस बहस कार्यक्रम को आयोजित किया था. इसमें प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर खुली बहस के लिए विपक्षी राजनीतिक दलों को भी आने का निमंत्रण दिया गया था. मुख्य मंच पर Chief Minister के अलावा भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़, अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल, कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग तथा नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा की कुर्सियां लगाई गई थीं, लेकिन विपक्ष का कोई भी नेता इस बहस में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचा. इस दौरान पीएयू के बाहर कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किया.

Chief Minister भगवंत मान ने एसवाईएल, ट्रांसपोर्ट, Punjab पर कर्जा, रोजगार व इंडस्ट्री निवेश पांच मुद्दों पर विपक्षी दलों को घेरा. इसके बाद आप की भविष्य की योजनाएं बताई. बहस का समय दस बजे से 12 बजे तक रखा गया था. समय पूरा होने के बाद Chief Minister भगवंत मान ने एसवाईएल के मुद्दे के पर विपक्ष को घेरा, जिसमें अभी तक के एसवाईएल को लेकर लिए गए फैसलों की बात की गई है. वहीं, Punjab मुद्दों पर एक बुकलेट भी छपवाई है. Chief Minister ने कहा कि आज तक आप सरकार एसवाईएल के मुद्दे पर तीन बार Supreme court गई है. उन्होंने एक बार भी कोई हलफनामा दाखिल नहीं किया, बल्कि उर्जा मंत्री शेखावत से मिलने पहुंचे थे और एसवाईएल का पानी देने से मना किया. उन्होंने केंद्रीय मंत्री शेखावत को सुझाव दिया कि इस सतलुज यमुना नहर को यमुना सतलुज नहर (वाईएसएल) बना दिया जाए. सतलुज में अब पानी नहीं बचा. यमुना में अभी भी पानी है और उस पानी को Haryana और Punjab को दिया जाए.

Chief Minister मान ने कहा कि पहली सरकारों ने नौकरियां निकाल नियुक्ति पत्र दिए. फिर चुनाव हुए और सरकारें बदल गई. नियुक्ति पत्र लेकर भी नौकरियां नहीं ले सके. अब आप सरकार नौकरियां दे रही हैं. मान ने कहा कि सिर्फ 18 महीने में हम 56 हजार 796 करोड़ का निवेश लेकर आए,जबकि बीते पांच सालों में ये 1.17 लाख और उससे पहले 2013 से 2017 तक 32 हजार 995 करोड़ रुपये था.

मान ने कहा कि Punjab के खजाने पर कर्जे का बोझ वर्ष 2012 में पड़ना शुरू हो गया था. वर्ष 2012 में 83099 करोड़ का कर्जा था, जो अब 3.14 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. कई पुरानी अदायगियां छोड़ी गईं, जिसे अब धीरे-धीरे वापस किया जा रहा है.

मान ने दूसरा मुद्दा ट्रांसपोर्ट का उठाया. मान ने अकाली दल की कुर्सी की तरफ इशारा करते हुए बताया कि इन्होंने गलत तरीकों से अपने रूट लिए. 31-31 किमी का रूट बढ़ाते बढ़ाते दूर-दूर तक पहुंच गए. दिल्ली एयरपोर्ट से प्राइवेट बसें चलती थीं. 3500 रुपये किराया लिया जाता था. आप सरकार ने बसें चलाई और 1100 रुपये में दिल्ली एयरपोर्ट से बसें चलाई.