उज्जैन, 23 अप्रैल (Udaipur Kiran) . मध्य प्रदेश में Lok Sabha चुनाव को लेकर जारी आरोप प्रत्यारोप के बीच उज्जैन से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार Tuesday की सुबह शिप्रा घाट पर अनोखा प्रदर्शन किया. यहां उन्होंने शिप्रा नदी में मिलने वाले सीवर के पानी में स्नान और आचमन कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. महेश परमार तराना से कांग्रेस विधायक भी हैं.
दरअसल रामघाट पर पीएचई की पाइप लाइन में लीकेज हो गया. जिसकी वजह से चैंबर ओवरफ्लो हो गया और गंदा पानी लीक होकर शिप्रा नदी में मिल गया. इसकी जानकारी जैसे ही तराना से कांग्रेस विधायक और Lok Sabha प्रत्याशी महेश परमार को लगी वह तुरंत Tuesday सुबह शिप्रा के घाट पहुंचे. उन्होंने नदी में मिल रहे गंदे पानी के बीच डुबकी लगाकर और आचमन कर विरोध दर्ज कराया.
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि एमपी में 20 साल से और देश में 10 साल से बीजेपी की सरकार है. इतने सालों इनकी सरकार है, विधायक,Member of parliament और महापौर है. इनके 500 करोड़ खर्च करने के बाद भी ये स्थिति है कि फिर से 600 करोड़ का नया बजट आया है. हमारे भाजपा के Member of parliament पिछले 5 साल में यहां एक बार भी नहीं आए हैं. धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले लोग कहां हैं? 40-50 लाख इंदौरवासियों का मल मूत्र रोज इसमें मिलता है. विधायक ने Collector पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे बीजेपी के एजेंट बन गए हैं. साथ ही Member of parliament अनिल फिरोजिया पर बोले कि वो बड़ी-बड़ी बातें करते हैं. कांग्रेस विधायक ने कहा कि मां शिप्रा अशुद्ध हो रही हैं. सीएम मोहन यादव ने शिप्रा मां को शुद्ध करने की शपथ ली थी. टिकट मिलने पर डुबकी लगाई थी. 600-1000 करोड़ खर्च हो गए. बात सनातन, महाकाल और प्रभु श्रीराम की करते हैं, लोकिन मां शिप्रा को शुद्ध नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार में शनिचरी अमावस्या के स्नान के दिन गंदा पानी मिलने पर Collector और कमिश्नर दोनों को हटा दिया था.
(Udaipur Kiran) / नेहा