Udaipur. अंबामाता थाना क्षेत्र के फतहपुरा स्थित द यूनिवर्सिल स्कूल की एक शिक्षिका पर हिंदू धर्म पर टिप्पणी करने के आरोप लगे. इस पर श्रीराम सेना के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और जमकर प्रदर्शन किया. इस पर स्कूल प्रिंसिपल ने संबंधित शिक्षिका को बर्खास्त कर मामले की जांच करने की बात कही. घटनाक्रम गत 7 जुलाई का बताया गया.
शिक्षिका साबिरा अत्तरवाला पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने क्लास में चैप्टर पढ़ाने के दौरान भगवान के नहीं होने की बात कही थी. उधर, आंदोलन में शामिल हुए अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों ने बताया कि टीचर साबिरा ने क्लास में पढ़ाते हुए बोला कि तुमने कभी भगवान को देखा है. भगवान है ही नहीं. एक अन्य अभिभावका का आरोप है कि शिक्षिका ने उन्हें तिलक लगाने, माला पहनने और हाथ में धागा पहनने को मना किया.
मामले में प्रिंसिपल कनिका मेहरिया ने बताया कि 8 जुलाई को इस संबंध में अभिभावक शिकायत लेकर पहुंचे थे, उसी दिन ही हमने टीचर को बर्खास्त कर दिया था. श्रीराम सेना के योगेश नागदा का कहना है कि धर्म विरोधी शिक्षा देने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए तथा संबंधित स्कूल की मान्यता रद्द कर देनी चाहिए. प्रकरण में स्कूल प्रबंधन ने जांच बिठाई है.
स्कूल के निदेशक संदीप सिंघटवाडिया ने बताया कि सात जुलाई को क्लास में हिस्ट्री विषय में इतिहास के बारे में कोई चर्चा हुई तो विद्यालय प्रशासन ने बच्चों की भावनाओं का आदर करते हुए उसी दिन आठ जुलाई को ही अध्यापिका को निष्कासित कर दिया गया. जबकि यह झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है कि अध्यापिका अब तक विद्यालय आ रही है और कोई एक्शन नहीं लिया गया.
दूसरी ओेर, अध्यापिका ने यह बताया कि उसके द्वारा कोई ऐसी बात नहीं बोली गई, वह खुद मंदिर जाती है, उसकी सगी बहन ने तो हिन्दू परिवार में ही शादी कर रखी है. सिंघटवाडिया ने बताया कि यह अध्यापिका स्काउट गाइड की भी टीचर रही है, पिछली बार जब Ahmedabad स्काउट शिविर गए थे, तभी बच्चों को लेकर अक्षरधाम मन्दिर ले कर गई थी.