अररिया, 19 अप्रैल (Udaipur Kiran) . फारबिसगंज के शिक्षण संस्थान शिशु भारती के संचालक तथा व्यवसायिक घराना बांयवाला परिवार के वयोवृद्ध दंपति 93 साल के हरिहर बांयवाला एवं 87 साल के उनकी धर्मपत्नी ललिता देवी बांयवाला ने मरणोपरांत अपने नेत्रों को दान देने का संकल्प लिया है. दधिचि देहदान समिति के जिला इकाई के अध्यक्ष अजातशत्रु अग्रवाल को अपने आवास पर बुलाकर दोनों ने शपथ पत्र भरा.
दोनों ने कहा कि संस्था द्वारा चलाए जा रहे नेत्रदान की मुहिम से वे काफी प्रभावित हैं तथा प्रेरित होकर अपने नेत्रदान करने का निर्णय लिया है. संकल्प पत्र भरकर दधीचि देहदान समिति के जिलाध्यक्ष अजातशत्रु अग्रवाल को सौंपा.उन्होंने सभी से अपील की कि संस्था द्वारा चलाई जा रही नेत्रदान की मुहिम में सभी लोग भागीदार बनें.
बांयवाला दंपति के इस अनुकरणीय कदम से दधिचि देहदान समिति के संरक्षक बिनोद सरावगी,बछराज राखेचा, मांगीलाल गोलछा,पूनम पांडीया, राहुल ठाकुर,पप्पू लड्डा,सीताराम भगत आदि ने उनके प्रति आभार जताते हुए कहा है कि उनका यह निर्णय हमारी संस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा और आने वाले समय में स्वेच्छा से नेत्रदान करने वालों की कतार लग जाएगी. यह नेत्रदान करने की संस्था द्वारा चलाई जा रही व्यापक जागरूकता अभियान का ही असर है कि अब लोग स्वेच्छा से आगे बढ़कर अपना अपना संकल्प पत्र भर रहे हैं.
(Udaipur Kiran) /चंदा