New Delhi, 19 अप्रैल (Udaipur Kiran) . नरेला इलाके में बैटरी चोरी करने के शक में नाबालिग का अपहरण करके उसकी पीट-पीटकरMurder करने के आरोप में नरेला और स्पेशल स्टॉफ Police ने एक नाबालिग समेत पांच लड़कों को पकड़ा है. आरोपितों की पहचान मोटा उर्फ दीपक, आयुष उर्फ भांजा, सीवान और मोहित उर्फ लाला के रूप में हुई है.
Police अधिकारियों ने बताया कि बीते एक अप्रैल को गली नंबर 11बी, स्वतंत्र नगर, नरेला में रहने वाले 14 साल के विशाल का शव एसआरएचसी अस्पताल में लाने की जानकारी नरेला Police को मिली थी. Police मौके पर पहुंची. पूछताछ के दौरान ड्यूटी कांस्टेबल द्वारा जांच अधिकारी को एक मोबाइल फोन सौंपा गया. जिसपर एक कॉल आई. कॉलर ने खुद को विशाल का पिता संजय बताया, जिनको मामले की जानकारी दी. विशाल के पिता अस्पताल पहुंचे और शव की पहचान करके बताया कि विशाल का अपहरण दीपक (एक सैनिक का बेटा) और प्रतीक नाम के दो व्यक्तियों ने किया था और उसे बुरी तरह पीटा था.
संजय के बयान पर मामला दर्ज किया गया. नरेला Police ने शुरुआती जांच में एक आरोपित मोटा उर्फ दीपक को पकड़ा. आरोपित से पूछताछ करने पर पता चला कि वह बैटरी का व्यवसाय करता है, दुकानदारों को 10 रुपये के किराये पर रोशनी के लिए बैटरी उपलब्ध कराता है.
उन्होंने विशाल को रोजाना दुकानदारों को बैटरी पहुंचाने के लिए काम पर रखा था. मोटा को विशाल और उसके दोस्त साहिल पर उसकी बैटरियां चुराने का शक था. 31 मार्च 2024 को दोपहर करीब 2-3 बजे मोटा और उसका दोस्त प्रतीक गायब बैटरियों के बारे में पूछताछ करने के लिए विशाल के घर गए, जहां उनकी मुलाकात विशाल से हुई.
विशाल अपना फोन रिचार्ज करने के बाद बांकनेर गांव में तालाब के पास उनसे मिलने के लिए तैयार हो गया. मिलने पर विशाल से मोटा और शिवांश द्वारा चोरी की गई बैटरियों के बारे में पूछताछ की गई. विशाल के दोस्त साहिल को भी तालाब पर बुलाया गया. पूछताछ के बाद मोटा और शिवांश ने साहिल के सामने विशाल को केबल से बेरहमी से पीटा. इसके बाद मोटा ने अपने अन्य दोस्तों मोहित, आयुष और एक सीसीएल को बुलाया. दोनों ने मिलकर विशाल का जबरन अपहरण कर लिया और उसे मोटरसाइकिल पर लामपुर गांव में कृषि भूमि पर ले गए, जहां वे उसे तब तक पीटते रहे, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.
विशाल के पूरे शरीर पर कई चोटें आईं. Police से बचने के लिए मोटा और नाबालिग ने विशाल को इलाज के लिए एसआरएचसी अस्पताल में भर्ती कराने की योजना बनाई थी. इंस्पेक्टर पवन यादव की देखरेख में Police टीम ने वारदात वाली जगह के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे में लिया. बताए गए आरोपितों के ठिकानों पर छापेमारी की और उनको धर दबोचा.
(Udaipur Kiran) / अश्वनी