कोख में लिंग परीक्षण का खेल, हिम्मतनगर के अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की जमानत खारिज


Udaipur. गर्भ में पल रहे बगाों का अवैध रूप से भू्रण लिंग परीक्षण कर लड़की या लड़का होने की अवैध रूप से जानकारी देने और लड़की होने पर उसे कोख में ही मार डालने का घिनौना कृत्य करने वाले गिरोह का पीसीपीएनडटी प्रकोष्ठ ने हिम्मतनगर के खुशबू मेटरनिटी सर्जिकल सोनोग्राफी एवं लेप्रोस्कॉपिक हॉस्पीटल का राजफाश किया. इस मामले में गिरफ्तार किए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की ओर से गुरूवार को अदालत में जमानत का प्रार्थना पत्र पेश किया जिसे नामंजूर कर दिया गया. इस मामले में लिप्त चिकित्सक अभी भी फरार है, जबकि Udaipur के महिला दलाल भाई-बहन न्यायिक अभिरक्षा में है.

प्रकरण के अनुसार राज्य प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन टीम ने हिम्मत नगर स्थित खुशबू मेटरनिटी सर्जिकल सोनोग्राफी एण्ड लेप्रोस्कोपी हॉस्पीटल में Rajasthan की गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच Udaipur के दलालों के माध्यम से 50 हजार की रूपए की राशि लेकर कोख में लिंग परीक्षण का पटाक्षेप कर गिरफ्तार किए अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी मेमन कॉलोनी हसन नगर हिम्मतनगर साबरकांठा निवासी फारूख भाई पुत्र जान मोहम्मद मेमन को गिरफ्तार किया था और इसके कब्जे से चार हजार रूपए बरामद किए. पूछताछ में इसने यह भी बताया कि 26 हजार रूपए एवं सोनोग्राफी से संबंधी कागजात डॉ. महेंद्र परमार लेकर भाग गया है, जबकि शेष 20 हजार रूपए दोनों दलालों ने आधे-आधे बांटे है.

इस मामले में आरोपी फारूख भाई मेमन की ओर से आज जिला एवं सत्र न्यायालय में जमानत का प्रार्थना पत्र पेश किया. दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद पीठासीन अधिकारी प्रभा शर्मा ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए आरोपी की जमानत अर्जी को नामंजूर कर दिया. इस मामले में लिप्त Udaipur के दलाल भाई-बहन साबिर उर्फ सेठिया, उसकी भुआ की लड़की बोहरवाड़ी कहारवाड़ी निवानी शमीम बानो पत्नी मोहम्मद शकील भी न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे है. फरार चिकित्सक की पीसीपीएनडीटी की विशेष टीम तलाश कर रही है.

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