पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है अस्थमा
Lucknow, 06 मई (Udaipur Kiran) . किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा.वेद प्रकाश ने बताया कि एलर्जी का सबसे एडवांस इलाज इम्यूनोथेरेपी है. परन्तु यह महंगा है और विशेष परिस्थितियों में ही इसका इस्तेमाल किया जाता है.
उन्होंने बताया कि एलर्जी के कई कारण हो सकते हैं. कुछ लोगों को खाने से एलर्जी हो जाती है, कुछ लोगों को दवाइयों से एलर्जी और कुछ लोगों को एलर्जिक कंजक्टिवाटिस हो जाती है. इसलिए एलर्जी के बारे में जागरूकता फैलाकर भी इसे रोका जा सकता है.
डा.वेद प्रकाश ने बताया कि अगर एलर्जी के कारणों का पता चल जाय तो उपचार में आसानी होती है. चिकित्सक की सलाह से एन्टी एलर्जी एवं स्टेरायड के सेवन से एलर्जी को नियंत्रित किया जा सकता है. इसके अलावा विभिन्न प्रकार के प्रदूषण को नियंत्रित करके एलर्जी को नियंत्रित किया जा सकता है.
पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ज्याता होता है अस्थमा
डा.वेद प्रकाश ने बताया कि अस्थमा पुरूषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होता है. वहीं बच्चों में होने वाली सभी क्रानिक बीमारियों में अस्थमा सबसे प्रमुख कारण है. अस्थमा से पूरे विश्व में लगभग 14 प्रतिशत बच्चे ग्रसित होते हैं.
केजीएमयू में होगा अस्थमा कान्क्लेव 2024 का आयोजन
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की ओर विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर 07 मई को एलर्जी अस्थमा कान्क्लेव 2024 का आयोजन किया जा रहा है. इस कान्क्लेव में एलर्जी एवं अस्थमा के विशेषज्ञ चिकित्सकों को एलर्जी एवं अस्थमा के निदान एवं इलाज के बारे में प्रशिक्षित करेंगे.
यह जानकारी केजीएमयू के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा.वेद प्रकाश ने Monday को दी. अस्थमा कान्क्लेव के उद्घाटन अवसर पर केजीएमयू की कुलपति प्रो.सोनिया नित्यानंद,पीजीआई Chandigarh के पूर्व निदेशक प्रो. दिगम्बर बेहरा और एमडी एनएचएम पिंकी जोवल प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगे.
(Udaipur Kiran) /बृजनन्दन/राजेश