– पराली प्रबंधन के लिये नवाचार अपनाने की Jabalpurजिले की तारीफ
Jabalpur , 7 मई (Udaipur Kiran) . किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के आयुक्त सह संचालक एम शैल्वेंद्रम ने Jabalpurप्रवास के दौरान Tuesday को शहपुरा विकासखंड के ग्राम किसरोद में कृषक कैलाश पटेल द्वारा हैप्पी सीडर के माध्यम से की गई मूंग की बोनी का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने पराली प्रबंधन योजना के तहत Jabalpurजिले में किये जा रहे इस नवाचार की जमकर तारीफ की तथा ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसे अपनाने के लिये प्रेरित करने पर जोर दिया.
बता दें कि Jabalpurजिला हैप्पी सीडर से ग्रीष्म कालीन फसलों की बुआई के मामले में प्रदेश में अव्वल है. कृषि अधिकारियों द्वारा किये जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप यहाँ कई किसानों ने गेहूँ कटने के बाद नरवाई जलाये बिना हैप्पी सीडर से ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द की बुआई की है. कृषि आयुक्त शैल्वेंद्रम इस नवाचार का अवलोकन करने आज Jabalpurपहुँचे थे. किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग Bhopal के संयुक्त संचालक जीएस चौहान भी उनके साथ थे.
शैल्वेंद्रम को कृषक कैलाश पटेल ने बताया कि हैप्पी सीडर मशीन से मूंग की बोनी करने पर पूर्व में लगने वाले समय से लगभग सात दिनों की बचत हुई है और बीज भी कम मात्रा में लगा है. पहले फसल को हर सप्ताह पानी देना होता था लेकिन अब अब पंद्रह दिन में एक बार खेत की सिंचाई करनी पड़ती है. कृषि आयुक्त ने इस मौके पर किसान कैलाश पटेल को कृषि भूमि की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अगली बार धान एवं गेहूं की बोनी भी हैप्पी सीडर से करने की सलाह दी.
इस अवसर पर परियोजना संचालक आत्मा डॉ एसके निगम ने बताया कि हैप्पी सीडर द्वारा बोनी करने से भूमि में एक्टीनोमाइटिज एवं अन्य लाभदायक जीवों की संख्या में वृद्धि होती है और कीट रोग का प्रकोप भी कम हो जाता है. उन्होंने बताया कि हैप्पी सीडर से बुआई से पूर्व में ली गई फसल के अवशेष अगली फसल के लिये जैविक खाद का काम करते हैं. पहली फसल के अवशेष दूसरी फसल के लिये मल्चिंग का काम भी करते हैं. इससे पानी के वाष्पन की गति धीमी होती है तथा मिट्टी में निरंतर नमी बनी रहने के कारण फसल की सिंचाई में पानी काफी कम मात्रा में लगता है.
कृषि उप संचालक रवि आम्रवंशी ने कृषक कैलाश पटेल के खेत में डाले गये कंट्रोल प्लाट से प्रदर्शन प्लाट का अंतर दिखाते हुए तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया. अनुविभागीय अधिकारी कृषि पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी ने बताया कि पाटन अनुविभाग में लगभग 30 कृषकों के पास हैप्पी सीडर मशीन उपलब्ध है. इससे लगभग 2 से 3 हजार एकड़ में ग्रीष्म कालीन फसल की बोनी की गई है. फसल अवलोकन के दौरान सहायक संचालक कीर्ति वर्मा, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी रजनीश दुबे, मेघा अग्रवाल, एस के परतेती, रोहित गुप्ता सहित बड़ी संख्या में आसपास के किसान उपस्थित रहे.
(Udaipur Kiran)