इस अवसर पर पेसिफिक कॉम्पिटेटिव एग्जामिनेशन सेल के पोस्टर का विमोचन भी किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्कॉलर्स एरिना स्कूल के निदेशक डॉ. लोकेश जैन ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्हें लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान किया तथा कटिबद्धता के साथ सतत प्रयास करने की सलाह दी. यदि विद्यार्थी का मनोबल ऊंचा रहता है और वह सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रयास करता है तो उसे सफलता अवश्य ही मिल जाती है यह बात डॉ. लोकेश ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से समझाई.
डीन, पी जी स्टडीज प्रो हेमंत कोठारी ने बताया कि विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न छात्रवृत्तियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किसी भी स्कूल में प्रथम स्थान अर्जित करने वाले प्रत्येक संकाय के विद्यार्थी को 100ः छात्रवृति दी जा रही है वही दूसरा और तीसरा स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थी को 75ः एवं चौथा व पांचवा स्थान अर्जित करने वाले विद्यार्थी को 50ः की छात्रवृत्ति पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही है जो कि विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य में सहायक होगी. इसके अतिरिक्त पेसिफिक युनिवर्सिटी में एससी, एसटी, ओबीसी के विद्यार्थियों को भी समाज कल्याण विभाग Rajasthan सरकार की ओर से छात्रवृत्ति नियमानुसार दी जा रही है. माइनॉरिटी विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति भारत सरकार के नियमानुसार यहां उपलब्ध करवाई जा रही है.
नीरज श्रीमाली ने पेसिफिक विश्वविद्यालय में संचालित हो रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों यथा बीटेक, बीसीए, बीएससी, बीबीए, बी.कॉम, बी फार्मा, एमबीए, बीएससी Hotel मैनेजमेंट, बीएससी फायर एंड सेफ्टी, बीएससी एग्रीकल्चर, बीएजेएमसी, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, बीपीएड, बीएड इत्यादि कोर्सेज की विस्तृत जानकारी दी.
कार्यक्रम का संचालन डॉ. मेहंदी शर्मा ने किया. इस दौरान विभिन्न संकायों के डीन, डायरेक्टर तथा प्रिंसिपल ने भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत ड्यूल डिग्री तथा स्किल डेवलपमेंट कोर्सेज की जानकारी विद्यार्थियों को दी.