राजस्थान विस चुनाव : कहीं पिता-बेटी तो कहीं पति-पत्नी आमने-सामने, चाय वाले से लेकर सपेरे तक मैदान में

फाइल.

jaipur, 15 नवंबर . Rajasthan में 25 नवंबर को Assembly Elections के लिए मतदान होगा. इसके लिए भाजपा, कांग्रेस, बसपा समेत अन्य कई क्षेत्रीय दल चुनावी मैदान में अपने मोहरे फिट करने के बाद एक अदद जीत के लिए सर्द मौसम में पसीना बहा रहे हैं. इस बार चुनावी मैदान में अजब सियासत के गजब रंग देखने को मिल रहे है. Rajasthan की 200 विधानसभा सीटों में से किसी सीट पर पिता के सामने बेटी तो कहीं पति-पत्नी और जीजा-साली आमने-सामने है. इतना ही नहीं, इस बार सांप पकड़ने वाले से लेकर चाय वाले तक चुनावी रण में उतरे हैं.

Rajasthan की 200 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला है. कुछ सीटों पर बागी इन दोनों ही पार्टियों का गणित बिगाड़ सकते है. बीजेपी और कांग्रेस के कई बागी नेताओं ने निर्दलीय ताल ठोकी है. लेकिन, Alwar जिले की ग्रामीण विधानसभा सीट, Sikar जिले के दांतारामगढ़ विधानसभा सीट, Dholpur विधानसभा सीट, Shri Ganga Nagar जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा, झुंझुनूं जिले की Udaipurवाटी विधानसभा सीट, Bharatpur जिले की बयाना विधानसभा सीट और राजसमंद जिले की कुंभलगढ़ विधानसभा सीट पर अजब-गजब मुकाबला है.

Alwar : Alwar ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक और बीजेपी प्रत्याशी जयराम जाटव की बड़ी बेटी मीना कुमारी अपने ही पिता के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी है. वो निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, जयराम जाटव को इस बार बीजेपी ने टिकट दिया है. हालांकि, 2018 में उनका टिकट कट गया था. ऐसे में Alwar ग्रामीण सीट चर्चा का विषय बनी हुई है.

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Sikar : जिले की दांतारामगढ़ विधानसभा सीट पर वर्तमान विधायक वीरेंद्र सिंह और उनकी पत्नी पूर्व जिला प्रमुख डॉ. रीटा सिंह चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. डॉ. रीटा सिंह जेजेपी के टिकट पर चुनावी रण में उतरी है तो वीरेंद्र सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है. यह वही सीट है जहां से पूर्व सीएम व उपराष्ट्रपति रहे बीजेपी के दिग्गज नेता भैरों सिंह शेखावत भी चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन, Rajasthan के चुनावी इतिहास में पहली बार यहां पति-पत्नी के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा.

Dholpur : Dholpur विधानसभा सीट पर जीजा-साली के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. कांग्रेस ने शोभरानी कुशवाह और बीजेपी ने डॉ. शिवचरण कुशवाह को प्रत्याशी बनाया है. पिछली बार भी दोनों के बीच मुकाबला हुआ था. 2018 के Assembly Elections में भाजपा प्रत्याशी रही शोभारानी कुशवाहा ने 67 हजार 349 वोट हासिल किए थे तो कांग्रेस प्रत्याशी रहे doctor शिवचरण कुशवाहा को 47 हजार 989 वोट मिले थे, जिसके चलते शोभारानी कुशवाहा ने 19 हजार 360 वोटों से चुनाव जीत लिया था. लेकिन, इस बार हालात उलट है. शोभरानी कुशवाह कांग्रेस के टिकट पर तो शिवचरण कुशवाह बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में इस सीट पर रोचक मुकाबला देखने को मिलेगा.

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Shri Ganga Nagar : जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा से नरेगा मजदूर ने चुनाव के लिए नामांकन किया है. नरेगा मजदूर तीतर सिंह गांव 25 एफ गुलाबेवाला के रहने वाले हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है. खास बात ये है कि 78 साल के तीतर सिंह सांसद, विधायक और सरपंच के 31 चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें कभी भी जीत नहीं मिली है. ऐसे में देखना ये होगा कि क्या इस बार वो जीत पाएंगे या नहीं?

झुंझुनूं : जिले की Udaipurवाटी सीट पर पिछले चुनाव की तरह इस बार भी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा और उनकी पत्नी निशा कंवर चुनावी मैदान में है. हालांकि, पिछली बार उनकी पत्नी को मात्र 114 ही वोट मिले थे. खास बात ये है कि ये दोनों साथ-साथ चुनाव प्रचार कर रहे है. वहीं, इस सीट पर राजेंद्र सिंह गुढ़ा नाम के दो प्रत्याशी है. ऐसे में लोग कन्फ्यूज है कि कौनसे गुढ़ा को वोट देना है.

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राजसमंद : जिले की कुंभलगढ़ विधानसभा सीट से एक सांप पकड़ने वाले तेजू टांक ने नामांकन भरा है. ये अपना नामांकन भरने के लिए भी ऊंट पर सवार होकर गए थे. ओलादर निवासी तेजू निर्विरोध वार्ड पंच रह चुके हैं और वन्य जीव प्रेमी हैं. वो सांप पकड़ने का काम करते है. उनके पास पैसा नहीं होने के बाद भी वो चुनावी रण में उतरे है.

Bharatpur : जिले की बयाना विधानसभा सीट से चाय की दुकान लगाने वाले मुन्नीराम जाटव भारतीय युवा जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है. नामांकन भरने के बाद से ही मुन्नीराम ने चाय बनाना छोड़ दिया है और थड़ी पर बैठकर ही चुनाव प्रचार में लगे हुए है. वहीं, साधु पुरुषोत्तम लाल भी चुनाव लड़ रहे है. एमपी के सिरसौदा निवासी पुरुषोत्तम लाल ने 22 साल पहले घर छोड़ दिया था और वो बयाना शहर के बाहर कुटिया में रहते है.

/रोहित/ईश्वर