Jodhpur , 19 अप्रेल (Udaipur Kiran) . निकटवर्ती झंवर स्थित धवा गांव के एक युवक को उसके कुछ परिचितों ने विश्वास में लेकर झुंझूनु की लडक़ी से गत साल नवम्बर में शादी करवाई. शादी की एवज में चार लाख रुपये और एक लाख के जेवरात आदि दिए गए. मगर वह दुल्हन को तीन दिन बाद ही फर्जी बने भाई और मां आदि ले गए. तीन दिन ही उसे यह कहकर लेकर गए कि उसके पिता का एक्सीडेंट हो गया. छह माह गुजरने के बावजूद ना तो दुल्हन लौटी और ना ही दी गई रकम पीडि़त को वापिस मिल पाई. इस बारे में अब झंवर थाने में नामजद लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी में रिपोर्ट दी गई है.
झंवर Police थाने में धवा निवासी एक युवक की तरफ से रिपोर्ट दी गई. इसमें बताया कि दइपड़ा गांव के नेमाराम, चंदनसिंह, किशनसिंह आदि लोग गत साल अक्टूबर में उसकी ढाणियों पर आए थे. इन लोगों ने परिवादी के पिता से बात कर उसकी शादी कराने को कहा था. तब चार लाख रुपये मांगे गए. जान पहचान होने के कारण विश्वास कर लिया गया. फिर उन लोगों को रुपये भी दिए गए. नवंबर में परिवादी को jaipur लेकर गए जहां पर तीन चार दिन तक परिवादी Hotel पर रुका रहा. फिर किसी महेंद्रसिंह नाम के शख्स को बुलाया गया. जोकि एक लडक़ी झुंझूनु की आरती को लेकर आया. 3 नवंबर को उसकी Hotel में माला पहिनाकर शादी करवा दी गई. उसी दिन आरती ने महंगे फोन के लिए दबाव बनाया तब पीडि़त ने jaipur से 14 हजार का फोन खरीद कर उसे दिया. शादी की शेष रकम को उसके पिता द्वारा Jodhpur से ऑन लाइन भेजा गया.
7 नवंबर को आरती के कथित भाई उसके यहां पर आए और कहा कि उसके पिता का एक्सीडेंट हो गया है. इस पर विश्वास करते हुए उनके साथ आरती को भेज दिया गया. मगर बाद में उसे झूठे मुकदमें फंसाने की धमकियां मिलने लगी. झंवर Police ने धोखाधड़ी में प्रकरण दर्ज करते हुए अब जांच आरंभ की है.
(Udaipur Kiran)