बच्चों को निपुण बनाने के लिए शिक्षकों को दक्ष होने की आवश्यकता : दिनेश सिंह

सीमैट

प्रयागराज, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) . प्रदेश सरकार का लक्ष्य 2025 तक सभी बच्चों को निपुण बनाने का है. इसके लिए आवश्यक है कि हम सभी प्राथमिक विद्यालय के समस्त शिक्षकों को आकादमिक रणनीतियों के निर्धारण में प्रवीण करें. सर्वप्रथम हमें बच्चों को निपुण बनाने के लिए शिक्षकों को नवाचारी शिक्षण में दक्ष करने की आवश्यकता होगी. जिससे वह नई तकनीकियों का ज्ञान प्राप्त कर बच्चों का सर्वांगीण विकास कर सकें.

उक्त बातें राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) Prayagrajके निदेशक दिनेश सिंह ने Tuesday को सीमैट एवं समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय Uttar Pradesh के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मास्टर ट्रेनरों के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कही.

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Tuesday को नवीन पाठ्य पुस्तकों पर आधारित शिक्षक-प्रशिक्षण हेतु राज्य व जनपद स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारम्भ सीमैट उप्र, Prayagrajमें किया गया. सीमैट निदेशक ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात आप सभी अकादमिक वर्ष 2024-25 में एन.सी.ई.आर.टी. आधारित हिन्दी, गणित और अंग्रेजी की नवीन पाठ्य पुस्तकों को समग्रता में समझते हुए यह समझ पायेंगे की अकादमिक रणनीतियों में पाठ्य पुस्तकों, कार्य पुस्तिकाओं व अन्य शिक्षण सामग्रियों को अनुकूलतम उपयोग बच्चों के पठन पाठन में हम किस प्रकार करें. निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों के प्राप्ति हेतु यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आपके लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी सिद्ध होगा.

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उन्होंने यह भी कहा कि आप सभी राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का यह कर्तव्य है कि आप जनपद स्तरीय मास्टर ट्रेनरों को अच्छी तरह प्रशिक्षित करें, जिससे की वे शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को ग्रास रूट पर अच्छी तरह क्रियान्वित करा सकें.

इस अवसर पर कार्यक्रम समन्वयक प्रभात कुमार मिश्रा ने कहा कि इस प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय सन्दर्भदाता के रूप में राज्य शिक्षा संस्थान, आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान, Prayagrajके प्रवक्ता एवं प्रदेश के विभिन्न डायट से डायट प्रवक्ता व जनपदों से चुने हुए एस.आर.जी को आमंत्रित किया गया है. यह राज्य स्तरीय सन्दर्भंदाता प्रथम चरण में प्रशिक्षित होने के उपरान्त द्वितीय व तृतीय चरण में प्रदेश के 25 जनपदों के एस.आर.जी व डायट मेण्टरों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे.

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(Udaipur Kiran) /विद्या कान्त/राजेश

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